बॉम्बे हाईकोर्ट: केंद्र में सरकारी अधिकारी आशुतोष कुमार सहाय ने अग्रिम जमानत की लगाई गुहार

केंद्र में सरकारी अधिकारी आशुतोष कुमार सहाय ने अग्रिम जमानत की लगाई गुहार
  • अग्रिम जमानत की लगाई गुहार
  • केंद्रीय सरकारी अधिकारी सहाय और उनकी पत्नी पर रिटर्न दोगुना का झांसा देकर निवेशकों से करोड़ों की ठगी करने का आरोप
  • अदालत ने सहाय और उनकी पत्नी मोनिका को अग्रिम जमानत देने से किया इनकार
  • सीनियर आईपीएस अधिकारी की देखरेख में क्राइम ब्रांच को दिया निर्देश

डिजिटल डेस्क, मुंबई, शीतला सिंह, केंद्र सरकार के अधिकारी आशुतोष कुमार सहाय ने शुक्रवार को बॉम्बे हाई कोर्ट में अग्रिम जमानत की गुहार लगाई। अदालत ने न केवल सहाय और उनकी पत्नी मोनिका को अग्रिम जमानत देने से इनकार किया, बल्कि उनके खिलाफ वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी की देखरेख में क्राइम ब्रांच को जांच करने का निर्देश दिया है। सहाय और उनकी पत्नी पर वर्सोवा पुलिस स्टेशन में रिटर्न दोगुना करने के बहाने निवेशकों से करोड़ों की धोखाधड़ी करने का आरोप है।

न्यायमूर्ति ए.एस.गडकरी और शर्मिला देशमुख की खंडपीठ के समक्ष शुक्रवार को आशुतोष कुमार सहाय और उनकी पत्नी मोनिका सहायक की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई हुई। याचिकाकर्ता के वकील लाल ने दावा किया कि याचिकाकर्ता सरकारी अधिकारी है। उनकी पत्नी कैंसर की मरीज हैं। सहाय ने न तो धोखाधड़ी किया है और न ही उन्होंने धोखाधड़ी के पैसे से कोई लाभ लिया है। इस पर शिकायतकर्ता रामकुमार दाधिच की ओर से पेश हुए वरिष्ठ वकील उदय वारुंजीकर और वकील दिलीप शुक्ला कहा कि सरकारी जमीन में निवेश करने का झांसा देकर रिटर्न पैसे दोगुना देने का दावा कर करोड़ों की धोखाधड़ी का मास्टरमाइंड आशुतोष कुमार सहाय और उनकी पत्नी मोनिका है। उसके पास पैसे दूसरे आरोपियों के पास से जाते थे। सरकारी वकील ने सहाय पर मुंबई और दिल्ली समेत देश भर में सात मामले दर्ज है। सहाय और उनकी पत्नी मोनिका के अलावा मनोज पटेल और संजय पांडे के खिलाफ वर्सोवा पुलिस स्टेशन में धोखाधड़ी का मामला दर्ज है। मामले की जांच सीआईडी कर रही है। मुख्य आरोपी सहाय कपड़ा मंत्रालय के हथकरघा निर्यात विभाग में सेकेंड क्लास का अधिकारी है। जबकि पटेल और पांडे उसके सहयोगी थे। सेशन कोर्ट ने सहाय की इस साल 1 जुलाई को अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी, तो वह हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।

क्या था पूरा मामला

....20 जुलाई 2023 को वर्सोवा पुलिस स्टेशन ने राजस्थान के कोटा के व्यवसायी रामकुमार दाधीच से निवेश का झांसा देकर 5 करोड़ 77 लाख रुपए की धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था।

…मुंबई में पुनर्विकास परियोजनाओं में निवेश करने का झांसा देकर बनाया शिकार

…भांडुप में एक भूमि के स्वामित्व के जाली दस्तावेज और उसका फर्जी मूल्यांकन प्रमाण पत्र भी पीड़ित को किया था प्रदान किया।

..अपने को वरिष्ठ आईएएस अधिकारी और अपनी पत्नी मोनिका को भी इंफ्रास्ट्रक्चर फर्म आईएल एंड एफएस ग्लोबल में वरिष्ठ अधिकारी बताया था।

…2018 में मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) में सहाय पर एक बिल्डर से 4 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने के आरोप

…2016 में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) में सहाय पर एक पुलिसकर्मी को रिश्वत देने की कोशिश का भी आरोप

Created On :   13 Oct 2023 9:20 PM IST

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