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खरीदी-बिक्री: गोंदिया के किसानों के लिए शासकीय धान खरीदी लगने लगा सिरदर्द
- खुले बाजार मेंअच्छे मिल रहे दाम
- नकद भुगतान भी हो रहा
- किसानों को सरकारी केन्द्र से मिली निराशा
डिजिटल डेस्क, गोंदिया। किसानों को उपज का सही दाम मिले और फसल कम दामों पर व्यापारियों को न बेचनी पड़े। इस उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा प्रतिवर्ष खरीप एवं रबी मौसम में किसानों से शासकीय धान खरीदी योजना के अंतर्गत सहकारी संस्थाओं के माध्यम से धान की खरीदी की जाती है । वर्तमान में जिला मार्केटिंग फेडरेशन के लगभग 100 केंद्रों पर ग्रीष्मकालीन रबी मौसम के धान की खरीदी चल रही है, लेकिन किसान इन केंद्रों पर अपना धान बेचने नहीं जा रहे हैं। 30 जून धान खरीदी की अंतिम तिथि है। लेकिन अब तक पंजीकृत 16 हजार किसानों में से केवल 7 हजार 200 किसानों ने ही अपना 3 लाख क्विंटल धान इन सेंटरों पर बिक्री किया है।
खरीदी खत्म होने में केवल 19 दिन शेष बचे हैं। लेकिन अब तक 50 प्रतिशत किसान भी अपना धान बेचने के लिए शासकीय धान खरीदी सेंटरों पर नहीं पहुंचे है। इसका एक कारण यह भी बताया जा रहा है कि किसानों को खुले बाजार में शासकीय समर्थन मूल्य 2183 रुपए प्रति क्विंटल की दर से अधिक कीमत मिल रही है और वह भी नगद। ऐसे में किसान सेंटरों पर जाकर पहले अपना धान बेचने के लिए एवं बाद में भुगतान के लिए प्रतीक्षा करने से बच रहे हैं।
गोदामों में भरा पड़ा है : गौरतलब है कि गत वर्ष भी जिले में मार्केटिंग फेडरेशन के माध्यम से 20 लाख क्विंटल से अधिक धान की खरीदी खरीप मौसम में की गई। लेकिन राइस मिलर्स तथा सरकार के बीच कुछ मुद्दों को लेकर चल रहे गतिरोध के कारण खरीप मौसम की खरीदी का धान ही अभी भी संस्थाओं के गोदामों में भरा पड़ा है। ऐसे में ग्रीष्मकालीन रबी मौसम के धान की खरीदी भी शुरू कर दी है। हालांकि यह धान रखना भी संस्थाओं के लिए एक बड़ी समस्या बनी हुई है। जिला मार्केटिंग अधिकारी विवेक इंगले ने बताया कि शासकीय धान खरीदी की धीमी गति का एक बड़ा कारण खुले बाजार में धान को अच्छी कीमत मिलना है। वहीं अब तक राइस मिलर्स एवं शासन के बीच चल रहा गतिरोध नहीं निपटने के कारण अभी भी धान खरीदी संस्थाओं के गोदाम में खरीप का धान भरा हुआ है। 30 जून तक जितने भी किसान अपना धान बिक्री करने के लिए शासकीय धान खरीदी केंद्रों पर पहुंचेगे , उन सबका धान खरीदा जाएगा।
धान के बीज पर 50 फीसदी छूट : गोंदिया जिले के किसानों को खरीप मौसम के लिए आवश्यक धान के बीज जिला निधि अंतर्गत 50 प्रतिशत रियायत पर उपलब्ध कराए जा रहे हंै। इसके लिए आवश्यक प्रमाणपत्र पंचायत समिति के कृषि अधिकारी अथवा विस्तार अधिकारी से परमिट प्रमाणपत्र प्राप्त कर धान के बीज लिए जा सकेंगे। इस योजना का लाभ लेने का आव्हान जिप अध्यक्ष पंकज रहांगडाले, मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम. मुरूगानंथम, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी तानाजी लोखंडे, कृषि व पशु संवर्धन सभापति रूपेश कुथे , कृषि विकास अधिकारी महेंद्र मडामे ने किया है।
Created On :   12 Jun 2024 5:41 PM IST