Gondia News: कारगिल विजय दिवस पर लगाए गए पौधों ने दम तोड़ा, रह गईं केवल तख्तियां

कारगिल विजय दिवस पर लगाए गए पौधों ने दम तोड़ा, रह गईं केवल तख्तियां
  • जिलाधिकारी कार्यालय के मुख्य प्रवेश द्वार से सटकर पौधों का रोपण किया था
  • अधिकारियों का रोज होता है आवागमन, पर पौधों पर नहीं पड़ती नजर

Gondia News जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में 25 वें कारगिल विजय दिवस पर शहीदों की याद में विभिन्न प्रजाति के पौधों का रोपण किया गया था, लेकिन इसे अनदेखी कहें या लापरवाही अब पौधों के स्थानों पर केवल तख्तियां ही रह गई हैं।

बता दें कि, 1999 में भारत और पाकिस्तान के बीच कारगिल युध्द हुआ था, जिसमें भारतीय सेना ने विजय प्राप्त की थी। इस युध्द में अनेक भारतीय सैनिक शहीद भी हुए थे। उनकी वीरगाथा को याद रखने 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। गोंदिया जिलाधिकारी कार्यालय में 25वें कारगिल विजय दिवस पर शहीदों की याद में विभिन्न प्रजाति के पौधों का रोपण किया गया था। पौधों के पास तख्तियां भी लगाई गईं, तख्तियां शहीदों के बलिदान को याद दिलाकर उनके त्याग के बारे में सोचने के लिए प्रेरित करती हैं। लेकिन रोपे गए पौधों का संवर्धन नहीं किए जाने से पौधों जमीन में दफन हो गए हैं और उनके स्थान पर केवल तख्तियां ही रह गई है। जिलाधिकारी कार्यालय के मुख्य प्रवेश द्वार से सटकर पौधों का रोपण किया गया था, लेकिन अब एक भी पौधा दिखाई नहीं दे रहा है। जबकि इसी प्रवेश गेट से जिलाधिकारी कार्यालय के आला अधिकारी आवागमन करते हैं।

फिर से नए पौधों का रोपण : इस परिसर में लगाए गए कुछ पौधे मुरझा गए थे, उनके स्थान पर 6 पौधों का रोपण किया गया है। लगाए गए स्थान पर पौधे नहीं हैं, ऐसे स्थानों पर फिर से नए पौधों का रोपण और उनका संवर्धन किया जाएगा। - भैयासाहेब बेहेरे, निवासी उपजिलाधिकारी, गोंदिया

Created On :   10 April 2025 2:56 PM IST

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