गोंदिया: सवा लाख पंजीकृत किसानों में केवल 76,532 किसानों ने ही केंद्रों पर बेचा धान

सवा लाख पंजीकृत किसानों में केवल 76,532 किसानों ने ही केंद्रों पर बेचा धान
  • सहकारी संस्थाओं के माध्यम से धान खरीदी
  • सवा लाख पंजीकृत
  • केवल 76,532 किसानों ने ही केंद्रों पर धान बेचा

डिजिटल डेस्क, गोंदिया. शासन द्वारा प्रतिवर्ष सहकारी संस्थाओं के माध्यम से धान खरीदी केंद्र शुरू कर किसानों से केंद्र सरकार द्वारा घोषित समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी की जाती है। ऐसे में शासकीय धान खरीदी केंद्रों पर अपने धान की बिक्री करने वाले किसानों को पहले एनईएमएल पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण कराना अनिवार्य होता है, लेकिन अब शासकीय धान खरीदी की अंतिम तिथि 29 फरवरी के लिए केवल तीन दिन शेष रह गए है। लेकिन अब तक मार्केटिंग फेडरेशन के कुल 183 धान खरीदी केंद्रों में पंजीकरण कराने वाले लगभग 1 लाख 25 हजार 129 किसानों में से केवल 76 हजार 532 किसानों ने ही सरकारी धान खरीदी केंद्रों पर अपने धान की बिक्री की है। शेष 48 हजार 597 किसानों ने अपना माल बिक्री के लिए अब तक शासकीय धान खरीदी केंद्रों पर नहीं लाया है। अब केवल तीन दिन की अवधि शेष रहने के कारण शेष किसानों द्वारा माल बिक्री के लिए सरकारी धान खरीदी केंद्रों पर लाना लगभग नामुकिन है और जिसके चलते मार्केटिंग फेडरेशन को जिले में दिया गया 32 लाख क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य पूरा होना असंभव है।

इस संबंध में जिला मार्केटिंग अधिकारी विवेक इंगले द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार जिले में मार्केटिंग फेडरेशन के कुल 186 धान खरीदी केंद्र मंजूर किए गए थे। जिनमें से 183 केंद्रों पर प्रत्यक्ष खरीदी हुई। जिनमें अब तक पंजीकृत 76 हजार 532 किसानों से 24 लाख 69 हजार 608 क्विंटल धान खरीदा गया है। खरीदे गए धान की कुल कीमत 539 करोड़ 11 लाख 55 हजार 224 रुपए होती है। जिनमें से अब तक किसानों काे 496 करोड़ 41 लाख 77 हजार 916 रुपए का ऑनलाइन भुगतान उनके खातों में किया जा चुका है। यह भुगतान 72 हजार 834 किसानों को किया गया है। अब केवल 3698 किसानों का 42 करोड़ 69 लाख 77 हजार 307 रुपए का भूगतान होना बाकी है। बड़ी संख्या में किसानों द्वारा अपना माल बिक्री के लिए सरकारी धान खरीदी केंद्रों पर न लाने के कारण इस वर्ष मार्केटिंग फेडरेशन को दिया गया 32 लाख क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य किसी भी सुरत में पूरा होता नहीं दिख रहा है। इसका कारण समय पर पैमेंट अदा न किए जाना के साथ ही खुले बाजार में भी किसानों को व्यापारी द्वारा धान की अच्छी कीमत मिलना बताया जा रहा हंै। इसके अलावा अपने धान की निजी बाजार में बिक्री करने पर किसानों को भुगतान भी तुरंत मिल जाता है।

शासकीय धान खरीदी का लाभ उठाएं किसान

विवेक इंगले, डीएमओ के मुताबिक जिले में शासकीय धान खरीदी के अंतिम तीन दिन शेष है। इस अवधि में सरकारी धान खरीदी केंद्रों पर बिक्री के लिए किसानों द्वारा लाए गए संपूर्ण धान की खरीदी की जाएगी। किसानों से निवेदन है कि वे शासकीय धान खरीदी केंद्रों पर ही अपने धान की बिक्री कर शासकीय धान खरीदी योजना का लाभ उठाएं।


Created On :   27 Feb 2024 4:23 PM IST

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