खरीदी केंद्रों की संख्या बढ़ी, धान खरीदी में नहीं आयी तेजी

खरीदी केंद्रों की संख्या बढ़ी, धान खरीदी में नहीं आयी तेजी
  • पंजीकृत हुए 71,688, लेकिन धान बिक्री करनेवाले मात्र 11 हजार 237 किसान
  • धान उत्पादक किसान खरीफ मौसम की तैयारियों में जुटे
  • धान खरीदी में तेजी नहीं

डिजिटल डेस्क, गोंदिया। जिले के धान उत्पादक किसान खरीफ मौसम की तैयारियों में जुटने वाले हैं। जिले में धान खरीदी के लिए मार्केटिंग फेडरेशन की ओर से मंजूर किए गए शासकीय धान खरीदी केंद्रों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यह संख्या अब 144 से बढ़कर 173 तक पहुंच चुकी है, लेकिन दूसरी ओर ग्रीष्मकालीन धान की खरीदी में तेजी नहीं आ पा रही है। इसका बड़ा कारण अनेक संस्थाएं जिन्हें शासन की ओर से धान खरीदी केंद्र शुरू करने की मंजूरी दी गई है, उन्होंने प्रत्यक्ष में अब तक खरीदी शुरू ही नहीं की है, क्योंकि संस्था चालक अपनी कुछ मांगों के संबंध में शासन से पहले निर्णय करने एवं बाद में धान खरीदी करने की नीति पर अड़े हुए हैं, ऐसे में कुल मिलाकर धान उत्पादक किसान परेशानी में फंस गया है, उसे खरीफ मौसम के लिए नया कर्ज लेना है। जिसके लिए बैंकों में पुराना कर्ज चुकाना आवश्यक है। वहीं दूसरी ओर खरीफ मौसम में खेती के लिए उसे धन की आवश्यकता है और धान खरीदी केंद्र खरीदी नहीं कर रहा है। जिसके कारण किसान निजी व्यापारियों के हाथों कम दाम पर अपना माल बेचने के लिए मजबूर हो गए हैं। यह सारी स्थिति जनप्रतिनिधियों के साथ ही शासन को भी पता है, लेकिन कहीं से कोई पहल नहीं की जा रही है। जिससे गतिरोध खत्म हो और धान की शासकीय खरीदी में तेजी आए। अधिकांश धान खरीदी केंद्र राजनितिक नेताओं अथवा उनके करीबियों के ही हैं। ऐसे में वह शासन पर दबाव डालकर अपनी मांगें मंजूर कराने की जुगत में लगे हैं

जिला मार्केटिंग अधिकारी विवेक इंगले ने बताया कि जिले में 173 धान खरीदी केंद्रों को मंजूरी दी गई है। जिनमें अनेक केंद्रों ने धान की खरीदी शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि अब तक 4 लाख 88 हजार 470 क्विंटल धान मार्केटिंग फेडरेशन के शासकीय धान खरीदी केंद्रों के माध्यम से खरीदा जा चुका है। अब तक कुल 11 हजार 237 किसानों ने अपने माल की बिक्री शासकीय खरीदी केंद्रों पर की है और 10 करोड़ रुपए से अधिक का धान खरीदा जा चुका है। धान खरीदी संस्थाओं की मांगों के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने उनकी मांग को उचित बताते हुए कहा कि इस पर निर्णय लेना शासन का काम है। उन्होंने बताया कि मंजूर किए सभी केंद्रों के संचालकों से तत्काल धान खरीदी शुरू करने को कहा है। वर्तमान में खरीदी धीमी है, लेकिन अगले कुछ दिन में खरीदी में तेजी आने की संभावना है।

पंजीकृत 71,688 लेकिन धान बिक्री करनेवाले मात्र 11 हजार 237 किसान

शासकीय धान खरीदी केंद्रों पर अपने धान की बिक्री करने वाले किसानों को शासन के एनईएमएल पोर्टल पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाना होता है। जिसके बाद ही वे अपना धान शासकीय केंद्रों पर बिक्री कर सकते हैं। जिले में अब तक कुल मिलाकर 71 हजार 688 किसानों ने अपना पंजीयन करवाया है। अब तक केवल 11 हजार 237 किसानों ने ही शासकीय धान खरीदी केंद्रों पर अपना धान बेचा है।

Created On :   6 Jun 2023 5:23 PM IST

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