Gondia News: कन्हारटोला के लोग पी रहे दांत और हडि्डयां कमजोर करने वाला पानी

कन्हारटोला के लोग पी रहे दांत और हडि्डयां कमजोर करने वाला पानी
  • जलस्त्रोतों में 2 से 3 पीपीएम फ्लोराइड, वर्ष 2012 में जलापूर्ति के
  • लिए पानी टंकी की बनाई थी, लेकिन एक बूंद नहीं पहुंची घरों तक

Gondia News जिले की गोरेगांव पंचायत समिति के अंतर्गत एक ऐसा गांव जहां के नागरिक पानी के नाम पर धीमा जहर पी रहे हैं। यह ग्राम गोरेगांव तहसील से 8 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। जिसका नाम कन्हारटोला है, जो पिंडकेपार ग्राम पंचायत अंतर्गत आता है। इस ग्राम का पानी फ्लोराइड युक्त है। गांव की जनसंख्या लगभग 271 व 45 परिवार हैं। इस ग्राम में दो बोरवेल , सार्वजनिक व निजी लगभग 4 कुएं हैं। लेकिन यहां का पानी फ्लोराइड युक्त होने से प्रशासन ने जलस्त्रोतों का पानी पीने से मना किया है।

जलापूर्ति योजना के तहत कन्हारटोला ग्रामवासियों को पीने का पानी उपलब्ध कराया जाता है, लेकिन पर्याप्त मात्रा में सभी को पीने का पानी नहीं मिलने के कारण मजबूरन फ्लोराइड युक्त पानी पीना पड़ रहा है। बताया गया है कि यहां के जलस्त्रोतों में 2 से 3 पीपीएम फ्लोराइड युक्त पानी है, जो पीने योग्य नहीं है। इस पानी से ग्राम के लोगों की काया भी बदल गई है। प्रशासन ने कन्हारटोला ग्राम में 2012 में जलापूर्ति के लिए पानी टंकी का निर्माण किया था, लेकिन इस पानी की टंकी से एक बूंद पानी ग्रामवासियों को नहीं मिल पाया। जिसकी जांच करने की भी मांग ग्रामवासी कर रहे हैं। इस तरह की स्थिति 10 या 15 वर्षों से नहीं ब्रिटिश काल से है। इस पानी से दांत और हडि्डयां कमजोर होती है।

नई पाइप लाइन डालने का प्रस्ताव भेजा है : ग्राम पंचायत पिंडकेपार के नियंत्रण में संचालित जलापूर्ति योजना के माध्यम से कन्हारटोलावासियों को जलापूर्ति की जा रही है। कन्हारटोला ग्राम में 25 नल कनेक्शन हैं। सभी को प्रतिदिन पानी मिल सके इसके लिए 15वें वित्त आयोग की निधि से नई पाइप लाइन डालने का प्रस्ताव मंजूर कर तकनीकी मंजूरी के लिए पंचायत समिति गोरेगांव में प्रस्तुत किया गया है, मंजूरी मिलते ही नई पाइप लाइन का काम शुरू किया जाएगा। - के.एस. बैस, ग्राम अधिकारी, पिंडकेपार ग्राम पंचायत

पानी के स्त्रोतों को बंद करना चाहिए : अधिक मात्रा का फ्लोराइड युक्त पानी का उपयोग करने से दांत एवं हडि्डयां कमजोर होती हैं। फ्लोराइड युक्त पानी के स्त्रोतों को बंद करना चाहिए। - डॉ. निरंजन अग्रवाल, संक्रामक रोग अधिकारी, जिप गोंदिया


Created On :   18 March 2025 3:08 PM IST

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