भंडारा: पुरानी पेंशन की मांग को लेकर राष्ट्रव्यापी हड़ताल के पक्ष में कर्मचारियों ने की वोटिंग

पुरानी पेंशन की मांग को लेकर राष्ट्रव्यापी हड़ताल के पक्ष में कर्मचारियों ने की वोटिंग
  • आयुध निर्माणी के प्रवेशद्वार पर हुआ मतदान
  • पुरानी पेंशन की मांग
  • राष्ट्रव्यापी हड़ताल के पक्ष में कर्मचारी

डिजिटल डेस्क, भंडारा. ‘एक ही मिशन पुरानी पेंशन’ के बैनर तले एआईडीईएफ के आह्वान पर स्थानीय यूनियन ऑर्डिनेंस फैक्टरी एम्प्लाइज यूनियन द्वारा पुरानी पेंशन के लिए, राष्ट्र व्यापी हड़ताल के लिए कर्मचारियों की सम्मति जांचने के लिए आयुध निर्माणी के प्रवेशद्वार के सामने 22 नवंबर को सुबह 6 बजे से दोपहर 2.30 बजे तक कर्मचारियों द्वारा हड़ताल के पक्ष /विपक्ष में वोटिंग की प्रक्रिया पूरी की गई। इस उपक्रम का नेतृत्व यूनियन के कार्याध्यक्ष भारत बारई के वोटिंग के तुरंत बाद मत गिनती की गई। जिसमें 80 प्रतिशत पुरानी पेंशन बहाली के लिए हड़ताल के पक्ष में कामगार वर्ग ने सहमति जताई। कुल 2 हजार 8 कर्मचारियों में से पुरानी पेंशन की मांग को लेकर हड़ताल के पक्ष में 1 हजार 617 कर्मचारियों ने वोट किए। आयुध निर्माणी भंडारा के कल्याणकारी अधिकारी जे. एस. येवले समक्ष मत गिनती की गई, जिसमें 80.52 प्रतिशत हड़ताल के पक्ष में वोटिंग हुई।

वोटिंग के दौरान यूनियन के पदाधिकारियों द्वारा "जो पेंशन की बात करेगा, वो ही देश पर राज करेगा", “न्यू पेंशन स्किम धोखा है, उखाड़ फंेको मौक़ा है”। जैसे केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लगाए गए। वोटिंग की चर्चा दौरान कार्याध्यक्ष भारत बारई ने कहा कि, देशभर में पुरानी पेंशन के बहाली के विरोध में प्रदर्शन को देखते हुए कई राज्यों में पुरानी पेंशन लागू कर दी गई हैं। पर केंद्र सरकार पुरानी पेंशन की बहाली के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रही इसको ध्यान रखते हुए हमारा आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक पुरानी पेंशन केंद्र सरकार बहाल नहीं करती। इस मांग के लिये केंद्र सरकार के कर्मचारी राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया जा रहा है। जिसके लिए यह वोटिंग प्रक्रिया ली गई तथा उन्होंने कहा यदि सरकारी कर्मचारी पूरा जीवन सरकारी सेवा से जुड़े रहे कर्मचारियों को पेंशन नहीं तो फिर सांसद, विधायक को पेंशन क्यों? इस मांग पर विचार न करने पर 2024 के लोकसभा चुनाव में जो पेंशन की बात करेगा उनको वोट करने के संकल्प के साथ मांग न पूरी होने पर राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर जाने का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया। इस मतदान को सफल बनाने में यूनियन के पदाधिकारी नितिन कोतांगले, कैलाश जगताप, विजय बागड़े, अनिल पटले, गजेंद्र सिंह कुर्वती, मिलिंद चहान्दे, मनीष शिवनकर, प्रमोद सतदेवे, प्रशांत कोचे, विशाल मदनकर, गोपाल सिंह, अमरदीप सुखदेवे, अमित गोंडाने, संजय बोरकर आदि पदाधिकारी उपस्थित थे।

Created On :   23 Nov 2023 6:01 PM IST

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