मेला: कचारगढ़ में उमड़ा आस्था का सैलाब , दूर-दूर से पहुंचे आदिवासी श्रद्धालुओं की लगी कतार

कचारगढ़ में उमड़ा आस्था का सैलाब , दूर-दूर से पहुंचे आदिवासी श्रद्धालुओं की लगी कतार
  • गढ़ जागरण के साथ पांच दिवसीय यात्रा प्रारंभ
  • राज्य एवं केंद्रीय मंत्री भी पहुंचे कचारगढ़
  • कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस का तगड़ा बंदोबस्त

डिजिटल डेस्क, गोंदिया। गोंदिया जिले के सालेकसा तहसील में स्थित कचारगढ़ में प्रतिवर्ष माघ पूर्णिमा से शुरू होने वाला पांच दिवसीय मेला 22 फरवरी से प्रारंभ हो गया। पहले ही दिन 50 हजार से अधिक आदिवासी श्रद्धालु देश के विभिन्न हिस्सों से अपने आराध्य देवों के दर्शन एवं पूजा-अर्चना यहां पहुंचे। गुरुवार को कोया पुनेमी गढ़ जागरण पांडुरंग खंडाते के हाथों परसराम पंधरे की अध्यक्षता में किया गया।

उसी प्रकार 23 फरवरी को सुबह राष्ट्रीय गोंडवाना महाअधिवेशन, ध्वजारोहण एवं गढ महारैली का आयोजन किया गया। इस पांच दिवसीय यात्रा में देश के विभिन्न हिस्सों से अपनी पारंपारिक वेशभूषा में लोग यहां पहुंच रहे हैं। जिससे आदिवासी संस्कृति की झलक दिखाई पड़ रही है। साथ ही नाचते गाते लोगों का कारवा सुबह से शाम तक कचारगढ़ गुफा की ओर बढ़ता हुआ दिखाई पड़ता है। आदिवासी समाज में अपने देवी-देवताओं एवं पूर्वजों पर अपार श्रद्धा रहती है और यहां आने वाले लाखों की संख्या में श्रद्धालु उनकी श्रद्धा को ही प्रकट करते हैं। 22 फरवरी को केंद्रिय मंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते एवं सांसद अशोक नेते भी कचारगढ़ पहुंचे एवं आदिवासीयों के आराध्य देवता मां कली कंकाली कुपार लिंगो महागांेगो कोयापुनेम देवी देवताओं की पूजा-अर्चना कर दर्शन किए। इस अवसर पर उनका आदिवासी पारंपारिक पद्धति से स्वागत किया गया। कचारगढ़ यात्रा के दौरान महाराष्ट्र के साथ ही मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, झारखंड, उत्तर प्रदेश एवं देश के अन्य हिस्सों से भी लाखों की संख्या मंे श्रद्धालु यहां पहुंचते है। कचारगढ़ यात्रा के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस का तगड़ा बंदोबस्त लगाया गया है।

पुलिस अधीक्षक निखील पिंगले, अपर पुलिस अधीक्षक नित्यानंद झा, उपविभागीय पुलिस अधिकारी विजय भिसे के मार्गदर्शन में 4 पुलिस निरीक्षक, 25 सहायक पुलिस निरीक्षक एवं पुलिस उपनिरीक्षक, सी-60 के 5 पथक, 200 से अधिक पुलिस कर्मी एवं बंदोबस्त में तैनात किए गए हैं। इसके अलावा एम्बुलेंस, अग्निशमन वाहन की भी व्यवस्था की गई है। यहां आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा की दृष्टि से स्वास्थ्य विभाग की ओर से भी चिकित्सा सुविधा शिविर लगाया गया है। जिसमें चिकित्सकों के साथ ही स्वास्थ्य कर्मी तैनात किए गए हैं एवं पर्याप्त मात्रा में आवश्यक औषधियां भी उपलब्ध कराई गई है। यात्रा के दौरान 24 फरवरी को सुबह 11 बजे राष्ट्रीय कोयापुनेम महागोंगोना सम्मेलन का आयोजन किया गया है। जिसका उद्घाटन के.पी. प्रधान की अध्यक्षता में भुमकाल संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रावेन इनवाते के हाथों किया जाएगा। सम्मेलन स्थल पर पहुंचने श्रद्धालुओं को असुविधा न हो इसके लिए एसटी महामंडल की ओर से दरेकसा के लिए 15 अतिरिक्त बसे भी लगाई गई है। उसी प्रकार दरेकसा रेलवे स्टेशन पर लोकल गाडियों के ठहराव का समय भी दो मिनिट से बढ़ाकर 5 मिनिट तक किया गया है।

Created On :   24 Feb 2024 7:08 PM IST

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