खौफ: गांव के तालाब परिसर में जमाया डेरा, जारी है फसलों के नुकसान का सिलसिला

गांव के तालाब परिसर में जमाया डेरा, जारी है फसलों के नुकसान का सिलसिला
  • तालाब परिसर से सटे खेतों में पहुंचा रहे नुकसान
  • खड़ी फसल बर्बाद होने से परेशान हुए किसान
  • हाथियों का बंदोबस्त करने की मांग

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। गड़चिरोली जिला मुख्यालय के करीब पहुंचा जंगली हाथियों का झुंड अब जेप्रा गांव परिसर में दाखिल हो गया है। सोमवार की रात हाथियों के झंुड ने जेप्रा गांव से सटे तालाब में अपना डेरा बनाया है। इस बीच तालाब परिसर से सटे खेतों में हाथियों द्वारा जमकर उत्पात मचाने की जानकारी सामने आयी है। गांव के किसानों ने रबी सत्र में अपने खेतों में धान की फसल लगायी है। इन्हीं फसलों को हाथियों ने तहस-नहस कर दिया है जिससे एक बार फिर किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, 2 वर्ष पूर्व ओड़िसा राज्य से छत्तीसगढ़ होते हुए जंगली हाथियों के झुंड ने गड़चिरोली के धानोरा तहसील से जिले में प्रवेश किया। इस कालावधि में हाथियों ने धानोरा, कुरखेड़ा, कोरची, देसाईगंज, आरमोरी व गड़चिरोली तहसील में जमकर उपद्रव मचाया। तीन दिन पूर्व हाथियों के झुंड ने पोर्ला वन परिक्षेत्र के तहत आने वाले जंगल में प्रवेश किया। रविवार की रात हाथियों के झुंड ने आंबेशिवणी गांव परिसर से सटे खेतों में धान की फसलों को तहस-नहस कर दिया था।

अब हाथियों का झुंड क्षेत्र के दिभना-जेप्रा परिसर में दाखिल हुआ है। जेप्रा गांव से सटकर एक तालाब होकर इसी तालाब में हाथियों ने अपना डेरा लगाया है। मंगलवार को दिनभर हाथियों का झुंड इसी तालाब परिसर में पाया गया। वहीं सोमवार की रात इसी तालाब से सटे खेतों में हाथियों ने धान की फसलों को जमकर नुकसान पहुंचाया जिससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ा है। इस नुकसान का तत्काल पंचनामा कर संबंधिr किसानों को वित्तीय मदद देने की मांग की जा रही है।

पेड़ पर गिरी गाज, बालिका झुलसी : आंधी-तूफान के साथ बेमौसम बारिश शुरू हुई। इसी बीच एक नारियल के पेड़ पर गाज गिरने से पेड़ जलने लगा और पेड़ के पास खड़ी 15 वर्षीय किशोरी को करंट लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गयी। उसे तत्काल उपचार के लिये आष्टी के ग्रामीण अस्पताल में भर्ती कराया गया। यह घटना रविवार को शाम के समय चामोर्शी तहसील के कढ़ोली गांव में घटी। घायल बालिका का नाम नंदिनी भारत घ्यार (15) है। रविवार को शाम के समय चामोर्शी तहसील के कढोली परिसर में आंधी-तूफान के साथ बेमौसम बारिश शुरू हुई। उसे उपचार के लिये आष्टी के ग्रामीण अस्पताल में भर्ती कर गया गया। जहां डाक्टरों द्वारा उपचार करने पर नंदिनी की जान बच गयी। इस घटना कीजानकारी मिलते ही चामोर्शी के तहसील प्रशांत घोरुडे तत्काल अस्पताल में पहुंचकर नंदिनी के स्वास्थ्य संदर्भ में पूछताछ की। वहीं दमकल वाहन को कढोली गांव में भेजकर नारियल के पेड़ पर लगी आग भी बुझाई गयी। इस घटना से परिसर में खलबली मच गयी है।

Created On :   24 April 2024 4:56 PM IST

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