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संवाद: बच्चा रोता है तभी मां दूध पिलाती है, इसलिए समस्या बताएं तभी निवारण होगा : भाकरे
- जनसंवाद से सुशासन की ओर कार्यक्रम
- पहली बार ही ऑनलाइन जिला प्रशासन से रू-ब-रू हुए आदिवासी
- 150 किमी दूर बसे नक्सल प्रभावित क्षेत्र के लोगों से सीधा संवाद
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। आदिवासी बहुल और नक्सल प्रभावित गड़चिरोली जिले के दूरस्थ इलाकों में बसे ग्रामीणों की समस्याओं को समझकर उनका निवारण करने के लिए जिलाधिकारी (प्रभारी) विजय भाकरे ने जनसंवाद से सुशासन की ओर उपक्रम शुरू किया है। इस उपक्रम के तहत गुरुवार, 13 जून को पहली बार ही ऑनलाइन तरीके से 150 किमी दूरी पर बसे आदिवासी ग्रामीणों ने जिला प्रशासन के अधिकारियों से संवाद किया। इस दौरान जिलाधिकारी भाकरे ने एक साधारण सा उदाहरण देते हुए आदिवासियों को बोलने के लिए प्रोत्साहित किया। बच्चा रोता है तभी जाकर मां उसे दूध पिलाती है, इसी कारण इस उपक्रम के तहत गांव की समस्याएं बताएं उनका युद्धस्तर पर निवारण होगा। इस आशय का आश्वासन जिलाधिकारी द्वारा देते ही दूर-दराज के आदिवासियों ने एक के बाद एक ऐसी अनगिनत समस्याएं जिला प्रशासन के समक्ष रखी।
समिति के अधिकारियों के माध्यम से अब इन सारी समस्याओं का निवारण करने के निर्देश जिलाधिकारी भाकरे ने दिए हंै। उपक्रम के तहत गुरुवार को अहेरी तहसील के रेगुलवाही और येंकाबंडा, भामरागढ़ तहसील के हिंदेवाड़ा व कारमपल्ली, एटापल्ली तहसील के कमके (घोटसुर) व काेईनदुल आदि गांवों के आदिवासी नागरिकों ने जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ ऑनलाइन संवाद किया। पहली बार ही ऑनलाइन तरीका देखने के कारण शुरुआत में कोई व्यक्ति बोलने के लिए तैयार नहीं था। लेकिन जिलाधिकारी भाकरे द्वारा प्रोत्साहित करने पर सभी नागरिकों ने गांव की समस्याएं प्रशासन के समक्ष रखीं।
इसमें प्रमुखता से गांव की सड़क, बिजली, पानी, स्वास्थ्य, शाला, सड़क डामरीकरण, पुल निर्माणकार्य, समाज मंदिर, घरकुल निर्माणकार्य आदि विभिन्न प्रकार की समस्याएं लोगों ने रखी। इस समय जिलाधिकारी भाकरे ने सभी समस्याओं का निवारण करने का आश्वासन दिया। उपक्रम के तहत जिलाधिकारी कार्यालय के कक्ष में स्वयं जिलाधिकारी विजय भाकरे के साथ जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी आयुषी सिंह, उपवनसंरक्षक धर्मवीर सालविट्ठल, पूनम पाटे, एकात्मिक आदिवासी विकास प्रकल्प के प्रकल्प अधिकारी राहुल मीना, निवासी उपजिलाधिकारी सुनिल सूर्यवंशी, जिला आपूर्ति अधिकारी प्रकाश पाटील, उपजिलाधिकारी विवेक सालुंखे, शिक्षाधिकारी (माध्यमिक) वासुदेव भुते, शिक्षाधिकारी (प्राथमिक) बी. एस. पवार समेत संबंधित तहसील के तहसीलदार, गुट विकास अधिकारी, पटवारी और तहसीलस्तरीय यंत्रणा के अधिकारी उपस्थित थे।
Created On :   14 Jun 2024 2:38 PM IST