Gadchiroli News: गडचिरोली में तीन खूंखार नक्सलियों ने किया सरेंडर, 38 लाख का था इनाम

गडचिरोली में तीन खूंखार नक्सलियों ने किया सरेंडर, 38 लाख का था इनाम
  • जिला पुलिस विभाग को मिली बड़ी सफलता
  • तीनों का किया जाएगा पुनर्वसन

Gadchiroli News गड़चिरोली जिला पुलिस विभाग को नक्सलियों की टीसीओसी कालावधि के दौरान एक बड़ी कामयाबी मिली है। नक्सल आंदोलन में विगत अनेक वर्षों से सक्रिय 3 खूंखार नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष समर्पण किया है। आत्मसमर्पित तीनों नक्सलियों पर राज्य सरकार ने कुल 38 लाख रुपए, का इनाम रखा था। आत्मसमर्पित नक्सलियों में कंपनी पार्टी कमेटी सदस्य व डिविजनल कमेटी सदस्य धानोरा तहसील के ग्राम गुर्रेकसा निवासी विक्रम उर्फ मंगलसिंह उर्फ संदीप सहागू तुलावी (40), डिविजनल कमेटी सदस्य भामरागड़ तहसील के ग्राम मेडपल्ली निवासी नीलाबाई उर्फ अनुसया बंडू उईके (55) और नक्सलियों की कंपनी 10 के सी-सेक्शन कमांडर वसंती उर्फ सुरेखा उर्फ दुल्लो राजू हिडामी (36) का समावेश है।

इस संदर्भ में पुलिस सूत्रों ने बताया कि, नक्सली दलम में कार्य करते समय प्रतिदिन भोजन न मिलना, बीमार पड़ने पर इलाज न मिलना, विवाह होने पर भी वैवाहिक जीवन न बिताना आदि विभिन्न कारणों के चलते तीनों खूंखार नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष समर्पण किया। 16 लाख रुपये इनामी विक्रम ने वर्ष 2004 में नक्सल आंदोलन का दामन थामा। वर्ष 2005 तक उसने टीपागढ़ दलम में बतौर सदस्य कार्य किया। वर्ष 2006 में उसे एरिया कमेटी सदस्य बनाया गया। जब कि इसी वर्ष उसे धानोरा नक्सल दलम का कमांडर बनाया गया । कमांडर के तौर पर उसने वर्ष 2007 तक कार्य किया।

इस बीच विक्रम ने माड के कुतुल परिसर में वैद्यकीय कामकाज का प्रशिक्षण हासिल किया। वर्ष 2008 में कंपनी क्रमांक 4 में उसे डाक्टर के रूप में नियुक्त किया गया। वहीं 2010 में उसे कंपनी क्रमांक 10 के उपकमांडर पद पर भेजा गया। वर्ष 2012 तक डीके जोन डाक्टर टीम में उसने कमांडर के रूप में कार्य किया। वहीं वर्ष 2022 तक वह कंपनी क्रमांक 10 में कंपनी पार्टी कमेटी सदस्य और डिविजनल कमेटी सदस्य के रूप में कार्यरत था। वहीं, 16 लाख रुपये इनामी नीलाबाई ने वर्ष 1988 में भामरागड़ नक्सल दलम में भर्ती होकर नक्सलियों का दामन थामा। छत्तीसगढ़ राज्य के माड इलाके में अधिक समय बिताया। वर्ष 2025 में कुतुल एरिया कमेटी की टेलर टीम में उसका तबादला किया गया। वहीं, से वह डिविजनल सदस्य के रूप में अब तक कार्यरत थी। 6 लाख रुपये इनामी वसंती ने वर्ष 2008 में गुर्रेकसा गांव के क्रांतिकारी आदिवासी महिला संगठन के माध्यम से नक्सलियों का दामन थामा। वर्तमान में वह डीके जोन टेलर टीम में बतौर सदस्य कार्यरत थी।

उक्त तीनों हार्डकोर नक्सलियों ने समर्पण करने पर केंद्र व राज्य सरकार की ओर से विक्रम के पुनर्वसन के लिए 8.50 लाख, नीलाबाई के लिए 8.50 लाख और सुरेखा के लिए 1.50 लाख रुपए की निधि मंजूर की है। इन तीनों हार्डकोर नक्सलियों के समर्पण के चलते एक बार फिर नक्सल आंदोलन बैकफूट पर चलती नजर आ रही है। यह समर्पण नक्सल विरोधी अभियान के विशेष पुलिस महानिरीक्षक संदीप पाटील, गड़चिरोली पुलिस क्षेत्र के उपपुलिस महानिरीक्षक अंकित गोयल, सीआरपीएफ के पुलिस उपमहानिरीक्षक (अभियान) अजयकुमार शर्मा, जिला पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल, सीआरपीएफ की 191 बटालियन के कमांडंट सत्यप्रकाश के मार्गदर्शन में पूर्ण किया गया।

Created On :   15 Feb 2025 5:48 PM IST

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