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Gadchiroli News: गडचिरोली में आठ लाख के इनामी दो नक्सलियों ने किया सरेंडर
- दोनों पर कई गंभीर अपराधिक मामले थे दर्ज
- गड़चिरोली पुलिस दल का प्रभाव बढ़ा
- आंदोलन पूर्णत: धराशायी हुआ
Gadchiroli News जिला पुलिस व सीआरपीएफ दल के बढ़ते प्रभाव की वजह से जिले में नक्सलियों की संख्या अब नाममात्र बची हुई है। सरकार द्वारा चलाई जा रही आत्मसमर्पण योजना के तहत अनेक नक्सलियों ने गड़चिरोली जिला पुलिस दल के समक्ष आत्मसमर्पण किया है। नक्सली मुहिम में कार्यरत लोगों को असलियत मालूम होने के चलते और पुलिस दल के बढ़ते कदम की वजह से शुक्रवार, 20 दिसंबर को खूंखार दो नक्सलियों ने जिला पुलिस व सीआरपीएफ दल के समक्ष आत्मसमर्पण किया। दाेनों पर सरकार ने कुल 8 लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया था। आत्मसमर्पित नक्सलियों के नाम धानोरा तहसील के गट्टानेली निवासी रामसु दुर्गु पोयाम ऊर्फ नरसिंह (55) व छत्तीसगड़ राज्य के नारायणपुर जिले के वेड़मेट्टा निवासी रमेश श्याम कुंजाम ऊर्फ गाेविंद ऊर्फ रोहित (25) है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, रामसु दुर्गु पोयाम ऊर्फ नरसिंह वर्ष 1992 में टीपागड दलम में सदस्य के पद पर भर्ती हुआ। वह 1995 तक टीपागड दलम में कार्यरत रहा। 1995 में में काकुर दलम में शामिल होकर वर्ष 1996 तक नक्सलियों के प्रशिक्षण कार्यक्रमों को सुरक्षा प्रदान करता था। वर्ष 1996 से 198 तक फिर से टीपागड दलम में कार्यरत था। वर्ष 1998 में माड एरिया (छत्तीसगड़) में स्थानांतरण होकर सप्लाय टीम में वर्ष 2001 तक कार्यरत था। वर्ष 2001 से 2002 तक प्रेस टीम में प्रशिक्षण के लिए कार्यरत था। वर्ष 2002 में एरिया कमेटी मेंबर पद पर पदोन्नति हुई। नक्सलियों के कृषि कार्य के लिए कोडतामर्का गांव परिसर में वह 2005 तक कार्यरत था। वर्ष 2005 से 2010 की कालावधि में डुमनार, फरसगांव व कोडेनार इन गांवों में नक्सलियों के लिए कृषि के कार्य किए। 2010 से आज तक कुतुल और नेलनार दलम में एरिया कमेटी मेंबर के पद पर कार्यरत था। रामसु पोया पर कुल 12 अपराध दर्ज हैं। इनमें से 6 मुठभेड़, 5 हत्या और 1 चोरी का मामला है।
सरकार ने रामसु पोया पर 6 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था। रमेश श्यामू कुंजाम ऊर्फ गोविंद ऊर्फ रोहित वर्ष 2019 में मिलिशिया के तौर पर नक्सलियों के लिए कार्य करता था। वर्ष 2020 में चेतना नाट्य मंच के सदस्य पद पर भर्ती होकर कार्यरत था। वर्ष 2021 में कुतुल दलम में सदस्य पद पर भर्ती होकर आज तक कार्यरत था। रमेश कुंजाम का हिंसक घटनाओं में शामिल होने की जांच शुरू है। आत्मसमर्पित रामसु पोयाम और रमेश कुंजाम इन दोनों ने आत्मसमर्पण करने के बारे में कहा कि, गड़चिरोली पुलिस दल का प्रभाव बढ़ रहा है। जिसकी वजह से नक्सली आंदोलन पूर्णत: धराशायी हुआ है।
दलम के सदस्यों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है जिससे घर के सभी सदस्य व रिश्तेदारों ने आत्मसमर्पण करने के लिए प्रोत्साहित किया। सरकार ने रमेश कुंजाम पर 2 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था। आत्मसमर्पण के बाद सरकार द्वारा दोनों को पुनर्वास के लिए प्रति 4.5 लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया है। यह कार्रवाई विशेष पुलिस महानिरीक्षक संदीप पाटील, पुलिस उप-महानिरीक्षक अंकित गोयल, सीआरपीएफ पुलिस उपमहानिरीक्षक अजय कुमार शर्मा, जिला पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल, सीआरपीएफ बटालियन के प्रभारी समादेशक सुजीत कुमार के मार्गदर्शन में की गई।
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- 21 Dec 2024 4:18 PM IST
नक्सली आंदोलन धराशायी
जिला पुलिस व सीआरपीएफ दल के बढ़ते प्रभाव की वजह से जिले में नक्सलियों की संख्या अब नाममात्र बची हुई है। सरकार द्वारा चलाई जा रही आत्मसमर्पण योजना के तहत अनेक नक्सलियों ने गड़चिरोली जिला पुलिस दल के समक्ष आत्मसमर्पण किया है। नक्सली मुहिम में कार्यरत लोगों को असलियत मालूम होने के चलते और पुलिस दल के बढ़ते कदम की वजह से शुक्रवार, 20 दिसंबर को खूंखार दो नक्सलियों ने जिला पुलिस व सीआरपीएफ दल के समक्ष आत्मसमर्पण किया। दाेनों पर सरकार ने कुल 8 लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया था। आत्मसमर्पित नक्सलियों के नाम धानोरा तहसील के गट्टानेली निवासी रामसु दुर्गु पोयाम ऊर्फ नरसिंह (55) व छत्तीसगड़ राज्य के नारायणपुर जिले के वेड़मेट्टा निवासी रमेश श्याम कुंजाम ऊर्फ गाेविंद ऊर्फ रोहित (25) है।
Created On :   21 Dec 2024 4:17 PM IST