आंदोलन: शिक्षकों की कमी झेल रहे विद्यार्थी उतरे सड़क पर, तब जाकर मिले शिक्षक

शिक्षकों की कमी झेल रहे विद्यार्थी उतरे सड़क पर, तब जाकर मिले शिक्षक
  • नवेगांव मोरे और विसापुर में 3-3 शिक्षकों की नियुक्ति
  • शिक्षकों की कमी से विद्यार्थियों का शैक्षणिक नुकसान
  • विद्यार्थियों का आंदोलन सफल रहा

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर । नवेगांव मोरे और विसापुर के जिला परिषद स्कूल के सैकड़ों विद्यार्थी, अभिभावकों और ग्रामीणों ने 5 जुलाई को जिला परिषद पर शिक्षकों की नियुक्ति के लिए हल्ला बोल दिया। इसे देखते हुए जिला परिषद सीईओ ने नवेगांव मोरे और विसापुर जिला परिषद शाला में 3-3 शिक्षक नियुक्त किया और 15 जुलाई को विसापुर शाला में और 3 शिक्षकों के नियुक्ति का आश्वासन दिया है जिससे विद्यार्थियों का आंदोलन सफल हो गया है।

पोंभुर्णा तहसील के नवेगांव मोरे और बल्लारपुर तहसील के विसापुर जिला परिषद पाठशालाओं में शिक्षकों की कमी से विद्यार्थियों का शैक्षणिक नुकसान हो रहा है। नवेगांव मोरे शाला में 6 कक्षाओं में कुल 187 विद्यार्थी है और महज 2 शिक्षक, एक मुख्याध्यापक है। उसी प्रकार विसापुर जिला परिषद शाला में कक्षा 5वीं से 10वीं की कक्षाओं में कुल 175 विद्यार्थी हंै। इन विद्यार्थियों को शिक्षा देने के लिए महज 2 शिक्षक है। इस वजह से विद्यार्थियों का शैक्षणिक नुकसान हो रहा। नतीजा 5 जुलाई को दोनों शाला के विद्यार्थी, अभिभावकों ने जिला परिषद पर दस्तक देकर जिप सीईओ और शिक्षाधिकारी का ध्यानाकर्षण किया।

इस आधार पर सीईओ ने आश्वासन दिया था और 8 जुलाई को विसापुर शाला में 3 शिक्षकों की नियुक्ति कर 15 जुलाई तक अन्य 3 शिक्षकों के नियुक्ति का आश्वासन दिया है। नवेगांव मोरे शाला के लिए गुरुवार को 2 शिक्षकों की नियुक्ति और एक की प्रतिनियुक्ति रद्द कर दी है जिससे विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा मिल सकेगी। शिक्षकों की मांग के लिए भूमिपुत्र ब्रिगेड की डाॅ. अभिलाषा गावतुरे, नवेगाव मोरे सरपंच जगदीश शेमले, शाला प्रबंधन समिति अध्यक्ष कुसुमाकर येंगुले, उपसरपंच रेखा मोरे, विसापुर की सरपंच वर्षा कुडमेथे, उपसरपंच अंकेश्वर मेश्राम तथा अन्य ग्रामपंचायत पदाधिकारियों ने प्रदर्शन किया था।

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Created On :   12 July 2024 7:15 AM GMT

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