Chandrapur News: पांचवीं बार होगा चंद्रपुर की जीवनदायिनी इरई नदी का गहराईकरण

पांचवीं बार होगा चंद्रपुर की जीवनदायिनी इरई नदी का गहराईकरण
  • चार चरणों में नहीं हुआ कोई विशेष कार्य
  • कल से कार्य शुरू होने की संभावना

Chandrapur News उच्च न्यायालय के आदेश पर चंद्रपुर की जीवनदायिनी इरई नदी का गहराईकरण कार्य 25 अप्रैल से पांचवीं बार शुरू हो रहा है। इस कार्य में प्रशासन, जिले के सभी कर्मचारी, नागरिक, उद्योग, सभी सरकारी, अर्ध सरकारी संस्था, संगठना के सहयोग से गहराईकरण करने का निर्णय लिया गया है। किंतु अब कितने किमी का गहराईकरण होगा, चौड़ाई कितनी होगी, उद्योगों से कितनी धनराशि मिलेगी, कितनी मशीनरी, मजदूर लगेंगे यह लोगों को ज्ञात नहीं है। इसलिए यह जानकारी सार्वजनिक करने के बाद काम शुरू करने की मांग इरई बचाओ जनआंदोलन और वृक्षाई संस्था ने की है।

20 मई 2015 को तत्कालीन जिलाधिकारी डाॅ. दीपक म्हैसेकर और निवासी उपजिलाधिकारी चंद्रभान पराते के प्रयास और इरई बचाओ जन आंदोलन और नागरिकों के सुझाव पर दाताला पुल से जहां नदी दो भागों में विभाजित होती है वहां से लेकर चोराला ब्रिज तक, 2.7 किमी. गहरीकरण का कार्य शुरू किया गया। जब काम सुचारू चल रहा था, तब तत्कालीन पालकमंत्री ने 9 अप्रैल, 2016 को इरई पुन्नरुजीवन के नाम से भव्य उद्घाटन कार्यक्रम के साथ पडोली ब्रिज से दाताला ब्रिज तक 5 किलोमीटर के दूसरे चरण के गहरीकरण का काम शुरू किया। इसके लिए वेकोलि ने 5 करोड़ 41 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी। 300 फीट चौड़ी नदी के सिर्फ 100 फीट चौड़ाईकरण कर धनराशि समाप्त होने का कारण देकर गहराईकरण बंद कर दिया गया। तीसरी बार 4 अप्रैल 2022 को पडोली रेलवे पुल से काम शुरू कर 15 दिनों में फंड समाप्त होने का कारण सामने कर काम ठप पड़ गया और चौथी बार 5 मार्च 2023 को नदी किनारे की झाड़ियां छोटे पेड़ों को काटकर गहराईकरण का दिखावा किया गया।

दूसरी बार गइराईकरण के लिए वेकोलि से मिले 5 करोड़ 41 लाख रुपये का विवरण सूचना अधिकार के तहत मांगने पर अधूरी जानकारी दी गई। जिसमें 2 करोड़ 20 लाख रुपये का डीजल, 2 करोड़ 7 लाख मजदूरी, वर्ष 2006,2013 में जिस परिसर में बाढ़ आई थी उस रेड, ब्ल्यू लाइन के सर्वे पर 70,67,328 रुपये और सिंचाई विभाग का एक क्लर्क जो सुपरवीजन कर रहा था, उसका वेतन 42 लाख 27 हजार 65 रुपये दिखाया गया है। सारे खर्च के बाद महज 5252 रुपये शेष बताया गया है। इसलिए दूसरी बार के गहराईकरण के खर्च की जांच सीबीआई से कराने की मांग इरई बचाओ जन आंदोलन और वृक्षाई संस्था के कुशाब कायरकर ने प्रशासन से की है। साथ ही पांचवीं बार के गहराईकरण में पारदर्शिता के लिए जानकारी सार्वजनिक करने का अनुरोध भी कियाहै।

Created On :   24 April 2025 4:29 PM IST

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