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वर्कशाप: वन उत्पादों पर आधारित उद्योगों के लिए एक आदर्श जिला है चंद्रपुर : गौड़ा
- "इग्नाइट महाराष्ट्र-2024' कार्यशाला का उद्घाटन
- लौह अयस्क परियोजनाएं काम कर रही
- कौशल विकास का प्रशिक्षण लेकर रोजगार निर्माण के अवसर
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। चंद्रपुर जिले में थर्मल पावर प्लांट, सीमेंट कंपनियां, लौह अयस्क संयंत्र, चूना पत्थर आधारित उद्योग कार्यरत है। इतना ही नहीं, चंद्रपुर उद्योगों के लिए एक आदर्श जिला है, क्योंकि यहां वन उत्पादों पर आधारित उद्योगों के लिए बहुत अच्छे अवसर है, यह विचार कलेक्टर विनय गौड़ा जी.सी. ने व्यक्त किए। वे नियोजन भवन में जिला उद्योग केंद्र द्वारा आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला "इग्नाइट महाराष्ट्र - 2024' का उद्घाटन करते हुए बोल रहे थे। इस समय उद्योग विभाग के संयुक्त निदेशक गजेंद्र भारती, जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक ऋतुराज सूर्या, बांस अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान के निदेशक अशोक खडसे, विकास आयुक्त (उद्योग) दीपेंद्र सिंह कुशवाह, संयुक्त निदेशक स्नेहल ढोक, न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी उप महाप्रबंधक उमा अय्यर, लीड बैंक मैनेजर राजू नंदनवार आदि उपस्थित थे।
जिलाधिकारी गौड़ा ने आगे कहा कि, चंद्रपुर जिले में लगभग 2 हजार मेगावाट का थर्मल पावर प्लांट, चार से पांच प्रतिष्ठित सीमेंट कंपनियां, लौह अयस्क परियोजनाएं काम कर रही हैं। लौह अयस्क और इस्पात उद्योगों के लिए यहां अच्छा अवसर है। क्योंकि यहां उद्योगों के लिए बहुत अच्छे संसाधन उपलब्ध हैं। इतना ही नहीं, जिले का 42 प्रतिशत क्षेत्र वनों से आच्छादित है और विश्व प्रसिद्ध ताड़ोबा-अंधारी बाघ प्रकल्प जिले में है। इसलिए पर्यटन की दृष्टि से यहां बहुत अच्छा अवसर है और वन आधारित उद्योग जिले के लिए एक बड़ी उपलब्धि हो सकती है। इससे स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। कलेक्टर ने कहा, सिर्फ बड़े उद्योग ही नहीं, अगर कोई कौशल विकास का प्रशिक्षण लेकर छोटी दुकान या छोटा उद्योग भी शुरू करे तो भी रोजगार निर्माण किया जा सकता है।
फरवरी महीने में चंद्रपुर में एक अभिनव उपक्रम "एडवांटेज चंद्रपुर' लिया गया। इसमें जिले के लिए 76 हजार करोड़ के निवेश समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। इग्नाइट महाराष्ट्र - 2024 में उद्योग क्षेत्र के जाने-माने उद्यमी आज यहां मौजूद हैं, इन सभी के अनुभव का लाभ नए उद्यमियों के साथ-साथ अन्य लोगों को भी लेना चाहिए, ऐसी अपील भी जिलाधिकारी विनय गौड़ा जी.सी. ने की। प्रस्तावना में उद्योग विभाग के संयुक्त निदेशक गजेंद्र भारती ने कहा कि, इग्नाइट महाराष्ट्र पहल का यह दूसरा वर्ष है। यह कार्यक्रम न केवल मुंबई, पुणे, नागपुर जैसे बड़े शहरों में बल्कि छोटे जिलों में भी उद्योगों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है। केंद्र व राज्य सरकार के सहयोग से ही उद्योगों की स्थापना संभव है। इसके लिए कई रणनीतिक फैसले लिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने इसे एक अच्छा मंच उपलब्ध कराया है।
आईटीआई विद्यार्थियों को प्रशिक्षुता पत्रों का वितरण : इस समय अतिथियों ने औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) के विद्यार्थियों को विभिन्न उद्योगों में रोजगार के लिए प्रशिक्षुता पत्र वितरित किए। इसमें जगदीश लसांटे, श्रद्धा कुमरे, सौरभ आवले, वैभव घोड़मारे, रितिक शेंडे, सुषमा कास्वतकर, विष्णु पद्माइकर, रिया पीपरीकर, मंथन दारुंकर, टेकचंद बोम्मई, धनश्री मेश्राम, मोहित निकुरे, सूरज जोडे, पीयूष श्रीवास्कर, सुगत खोगड़े आदि शामिल थे। इस अवसर पर औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, चंद्रपुर के प्राचार्य राजा रत्न वानखेड़े और सहायक प्रशिक्षु सलाहकार प्रणाली दहाटे उपस्थित थे।
Created On :   16 July 2024 9:51 AM GMT