एक्शन: कृषि विभाग ने छापा मारकर कपास के 76.57 लाख रुपए के नकली बीज किए जब्त

कृषि विभाग ने छापा मारकर कपास के 76.57 लाख रुपए के नकली बीज किए जब्त
  • जिला प्रशासन और कृषि विभाग की संयुक्त कार्रवाई
  • अनाधिकृत बीज के भंडारण और बिक्री पर प्रतिबंध लगाने उठाए कदम
  • प्रशासन की कार्र‌वाई से अनाधिकृत बीज तस्करों में खलबली

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। खरीफ सीजन के लिए जिले के किसानों को सरकारी बीज मिले इसके साथ ही अनाधिकृत बीज के भंडारण और बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के लिए जिला प्रशासन, पुलिस विभाग और कृषि विभाग एक्शन मोड में आ गया है। जिसके चलते पोंभुर्णा तहसील के भिमनी में छापामार दल ने कार्रवाई कर अनधिकृत कपास के 39.88 क्विंटल बीज (कीमत 76 लाख 57 हजार रुपए) जब्त किए। पथक के इस कार्रवाई से अनाधिकृत बीज तस्करों में खलबली मची है।

पोंभुर्णा तहसील के भिमनी निवासी नीलकंठ गिरसावले के खेत में स्थित पक्के मकान में नकली कपास बीज होने की गुप्त जानकारी भरारी पथक को मिली। जानकारी के आधार पर पथक ने योजना बनाकर गिरसावले के खेत में स्थित मकान में छापामार कार्रवाई की। कार्रवाई दौरान पथक ने 39.88 क्विंटल अवैध बीज का भंडारण जब्त किया। जिसकी कीमत 76 लाख 57 हजार रुपए बताई जा रही है। उक्त कार्रवाई जिलाधिकारी विनय गौडा जी सी, जिला पुलिस अधीक्षक मुम्मका सुदर्शन, जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी शंकरराव तोटावार, कृषी विकास अधिकारी विरेंद्र राजपूत, उपसंचालक चंद्रकांत ठाकरे के मार्गदर्शन में की गई।

जिले में किसानों को कपास के बीज लाइसेंस प्राप्त कृषि केन्द्रों पर उपलब्ध कराये गये हैं। कृषि विभाग ने अपील की है कि किसान इसी केंद्र से सरकारी बीज खरीदें साथ ही, जिलाधिकारी विनय गौड़ा ने कृषि विभाग को पड़ोसी राज्य तेलंगाना से अवैध बीजों के परिवहन, बिक्री और भंडारण को रोकने के निर्देश दिये। इस संबंध में कृषि विभाग से रोजाना जानकारी मांगी जा रही है। साथ ही अवैध बीजों को लेकर जिला प्रशासन काफी सख्त है और जिलाधिकारी इस पर कड़ी नजर रखे हुए हैं। क्या भिमानी में अनाधिकृत संदिग्ध कपास बीज भंडार क्षेत्र में कहीं और बेचा गया है? कृषि विभाग और पुलिस विभाग की ओर से जांच की जा रही है। अनधिकृत कपास के बीजों पर कोई लेबल दावा नहीं है। ऐसे बीजों का प्रयोग बुआई के लिए नहीं करना चाहिए। इसके अलावा, यदि कोई अनाधिकृत रूप से कपास के बीज बेच रहा है, तो कृषि विभाग से संपर्क करें। सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा, ऐसी जानकारी कृषि विभाग ने दी है।

उक्त कार्रवाई तकनीकी अधिकारी गुणवत्ता नियंत्रण चन्द्रशेखर कोल्हे, अभियान अधिकारी लंकेश कटरे, जिला गुणवत्ता नियंत्रण निरीक्षक श्रवण बोधे, कृषि अधिकारी महेंद्र डाखरे, विवेक उमरे, पोंभूर्णा के तहसील कृषि अधिकारी चंद्रकांत निमोद, कृषि अधिकारी नितिन धवास, काटेखाये, जुमनाके, कोसरे, अत्राम और तहसील कृषि अधिकारी कार्यालय पाेभूर्णा की टीम ने की।

Created On :   18 May 2024 11:19 AM GMT

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