घपला: सरकारी छात्रावास में आधी रात को अचानक पहुंची समिति तो 27 बाहरी छात्राएं मिलीं

सरकारी छात्रावास में आधी रात को अचानक पहुंची समिति तो 27 बाहरी छात्राएं मिलीं
  • शिकायत समिति ने दर्ज किए छात्राओं के बयान
  • 2 लाख 88 हजार का घोटाला आया सामने
  • प्राध्यापिकाएं ऐंठ रहीं थीं 12 से 14 हजार रुपए प्रतिमाह

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। चंद्रपुर-बल्लारपुर बायपास मार्ग पर स्थित सरकारी अभियांत्रिकी महाविद्यालय के लड़कियों के छात्रावास में 27 छात्रा अवैध तरीके से रहने का मामला छात्रावास समिति के अचानक दस्तक देने से सामने आया है। बताया जा रहा कि इस छात्रावास की जिम्मेदारी निभा रहे प्राध्यापिकाएं छात्राओं से 12-14 हजार रुपए किराया वसूल करती थी। इन्होंने अब तक इन छात्राओं से 2 लाख 88 हजार रुपए वसूल किए हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार सरकारी अभियांत्रिकी महाविद्यालय में 150 छात्राओं की क्षमता वाला स्वतंत्र छात्रावास है। इस छात्रावास में महाविद्यालय की छात्राएं रहती हैं। प्रा. रेखा सहारे व सहायक प्राध्यापिका खोब्रागडे इन दोनों पर छात्रावास की जिम्मेदारी है। 150 छात्राओं की क्षमता रहते हुए इस छात्रावास में क्षमता से अधिक छात्राएं रहने की बात सामने आयी। विगत दिनों छात्रावास समिति के अध्यक्ष डा. ललित ढोले, सचिव प्रा. शिशीर पाटील, प्रा. जामुनकर, प्रा. भोवरे व प्रा. मोरे इन पांच लोगों की समिति ने रात को छात्रावास में दस्तक दी और जांच पड़ताल की।

जांच दरमियान क्षमता से अधिक 27 छात्रा यहां वास्तव करने की बात सामने आयी। इन सभी 27 छात्राओं के बयान व शिकायत समिति ने दर्ज की। इन सभी छात्राओं ने प्रा. सहारे व प्रा. खोब्रागडे को 12 से 14 हजार रुपए किराया देने की बात कबूल की। बताया जा रहा है कि, प्रा.सहारे व प्रा.खोब्रागडे ने अब तक छात्राओं से अवैध तरीके से 2 लाख 88 हजार रुपए वसूल करने की जानकारी समिति के जांच दौरान मिली। पिछले दो साल से यह कार्य छात्रावास में शुरू होने की जानकारी छात्रावास में रहने वाली एक छात्रा ने दी। इन दोनों प्राध्यापिकाओं के खिलाफ शिकायत सरकारी अभियांत्रिकी महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. प्रशांत वाशीमकर से की गई है। सूत्रों के अनुसार प्राध्यापिकाओं ने छात्रावास में अनाधिकृत रूप से रहनेवाली छात्राओं से किराया वसूल करने पांच महिला बाउंंसर की नियुक्ति की थी।

यह सभी बाउंसर भी महाविद्यालय की छात्रा हैं जिससे इस मामले में दोषी दोनों प्राध्यापिकाओं पर कार्रवाई करें, ऐसी मांग छात्राओं ने प्राचार्य डॉ. वाशीमकर से की है। वहीं सरकारी अभियांत्रिकी महाविद्यालय में छात्राओं के लिए मेस है। जहां लगभग 250 लड़कियां रोज खाना खाती। प्रत्येक छात्राओं से 1750 रुपए लिए जाते हैं। यहां भी ऐसी धांधली होने की जानकारी सूत्रों से मिली है। इस संबंध में और अधिक जानकारी के लिए प्राचार्य डा.वाशीमकर से संपर्क करने का प्रयास किया, किंतु उन्होंने अपना फोन नहीं उठाया। दरम्यान महाविद्यालय के सूत्रों ने छात्रावास में पैसे लेकर छात्राओं को रखने के मामले की पुष्टि करते हुए मामले की जांच शुरू होने की जानकारी दी।

Created On :   12 July 2024 12:37 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story