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मौसम: फिर बदलेगी फिजा, चंद्रपुर में 3 और गड़चिरोली में 4 दिन का यलाे अलर्ट जारी
- आंधी-तूफान और आ सकता है गरज के साथ बरसात
- विदर्भ में चंद्रपुर जिला दूसरा सबसे गर्म जिला रहा
- मौसम विभाग ने सतर्कता के दिए निर्देश
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। पिछले तीन दिनों से पड़ रही भीषण गर्मी के बीच नागपुर प्रादेशिक मौसम विभाग ने 19 से 21 अप्रैल के बीच यलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान जिले के एक दो स्थानों पर गरज के साथ बरसात और 30 से 40 किमी प्रति घंटे की गति से आंधी आ सकती है। गुरुवार को जिले का तापमान 43.2 डिसे होने से जिले भर में भीषण गर्मी महसूस हो रही है। इस दौरान 19 अप्रैल से तीन दिनों तक तेज गरज के साथ बरसात होती है तो नागरिकों से सावधानी बरतने की अपील मौसम विभाग ने की है। गुरुवार को विदर्भ में चंद्रपुर जिला दूसरा सबसे गर्म जिला रहा है।
गड़चिरोली. जिले में अभी 5 दिन पूर्व बेमौसम बारिश हुई थी। जिसके चलते मक्का, धान और ज्वारी की फसलों का भारी नुकसान हुआ। इस वजह से मक्का, धान और ज्वारी की फसल बुआई करने वाले किसान संकट में आ गए थे। अब 5 दिन तक बेमौसम बारिश ने राहत देने के बाद अब शुक्रवार 19 अप्रैल से 4 दिनों के लिए जिले में फिर से बेमौसम बारिश होने के आसार है, ऐसी जानकारी मौसम विभाग ने दी है। मौसम विभाग ने बताया है कि, शुक्रवार, 19 अप्रैल से चार दिनों के लिए मेघ गर्जना व तूफानी हवाओं के साथ बेमौसम बारिश होनेवाली है। इन चार दिनों में नागरिक अपनी जान जोखिम में डालकर कोई भी कार्य न करें। नागरिक बेमौसम बारिश से होनेवाले नुकसान से बचने का प्रयास करें, ऐसी अपील भी मौसम विभाग ने की है।
चेक खापरी में किसानों को दिया प्राकृतिक खेती का प्रशिक्षण : पोंभूर्णा. तहसील के चेक खापरी में आत्मा के माध्यम से डॉ. पंजाबराव देशमुख नैसर्गिक खेती मिशन 2023-24 अंतर्गत गांव स्तर पर किसान प्रशिक्षण दिया गया। तहसील कृषि अधिकारी चंद्रकांत निमोड के मार्गदर्शन में आयोजित प्रशिक्षण में कृषि सहायक ई.यू. पेंदोर, अमोल वहगांवकर उपस्थित थे। कृषि सहायक पेंदोर ने उपस्थित किसानों को नैसर्गिक खेती की आवश्यकता, नैसर्गिक खेती के लाभ, रासायनिक खेती के पर्यावरण, जमीन और पानी पर होने वाले प्रतिकुल परिणाम, डा. पंजाबराव देशमुख नैसर्गिक खेती मिशन की संकल्पना, जैविक खेती के महत्व, जमीन परीक्षण की पध्दति के विषय पर मार्गदर्शन किया। अमोल दहेगांवकर ने किसान उत्पादक कंपनी तैयार करना, जीवामृत, घन, बीजामृत, बायोडायनामिक पध्दति से कंपोस्ट खाद बनाने के विषय पर मार्गदर्शन किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रगतिशील किसान तथा समूह के किसान उपस्थित थे।
Created On :   19 April 2024 9:52 AM GMT