फरमान: ताड़ोबा में अब जिप्सियां न रिवर्स होगी न लेगी यू-टर्न , उल्लंघन करने पर होगी कार्रवाई

ताड़ोबा में अब जिप्सियां न रिवर्स होगी न लेगी यू-टर्न , उल्लंघन करने पर होगी कार्रवाई
  • ताड़ोबा में कई मार्गों को वन-वे कर दिया गया
  • संबंधित वाहन चालक, गाइड पर कार्रवाई करने की चेतावनी
  • गत दिनों बाघिन को घेरने की घटना के बाद प्रशासन का फरमान

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। बाघों के लिए प्रसिद्ध ताड़ोबा अंधारी बाघ प्रकल्प में रास्ते से जा रही बाघिन को आगे-पीछे से पर्यटकों के जिप्सी वाहनों ने घेरने का गंभीर मामला सामने आने के बाद हरकत में आए ताड़ोबा प्रशासन ने संबंधितों पर कार्रवाई के साथ ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति टालने के लिए विविध उपाय योजना शुरू कर दी हैै। इसी के तहत अब जिप्सियों को रिवर्स और यू-टर्न लेने पर पाबंदी लगा दी है। साथ ही कई मार्गों को वन-वे कर दिया गया है। कोई इन नियमों का उल्लंघन करता है तो संबंधित वाहन चालक, गाइड पर कार्रवाई करने की चेतावनी भी ताड़ोबा प्रशासन ने दी है।

गौरतलब है कि, बाघों का घर कहे जानेवाले ताड़ोबा में देश ही नहीं दुनियाभर से पर्यटक आते हैं। ग्रीष्मकाल के दिनांे में तो संबंधित वाहन चालक, गाइड पर कार्रवाई करने की चेतावनीड़ोबा हाउसफुल रहता है। ऐसे में विगत दिनों 17 मई को सुबह की सफारी के दौरान ताड़ोबा के कोर जोन के खाताेड़ा-ताड़ोबा रास्ते पर टी-114 नामक बाघिन को आगे-पीछे से पर्यटक वाहनों ने घेर लिया था जिससे वन्यजीवों की सुरक्षा का गंभीर सवाल निर्माण हासे गया था। भ्रमण मार्ग में बाधा निर्माण करने के आरोप में ताड़ोबा प्रशासन ने अब तक 25 जिप्सी चालक, गाइड पर निलंबन की कार्रवाई की है। साथ ही वाहनों पर जुर्माना लगाया है। बता दें कि, राष्ट्रीय व्याघ्र संवर्धन प्राधिकरण (एनटीसीए) के पर्यटन को लेकर कई नियम-कानून है परंतु सफारी के दौरान नियमों की धज्जियां उड़ाई जाती हंै। ताड़ोबा प्रशासन पर सवाल खड़े होने के बाद अब सफारी वाहनों के लिए नए नियम बनाए गए हंै। ताड़ोबा में जिप्सियों को रिवर्स और यू-टर्न लेने पर पाबंदी लगाई है। जब तक मार्ग पर चौक या टी-प्वाइंट नहीं आता तब तक यू-टर्न नहीं ले पाएंगे। उक्त घटना के बाद कई मार्गों को ताड़ोबा प्रशासन ने वन-वे कर दिया है। कोई नियम का उल्लंघन करता है तो संबंधितोंं पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।

रफ्तार से पीछे लेते हैं वाहन उल्लेखनीय है कि, ताड़ोबा का मुख्य आकर्षण बाघ है। यहां बाघ देखने की चाहत हर पर्यटक की होती है। ऐसे में सफारी के दौरान वन्यजीवों की कॉलिंग (बाघ दिखने पर वन्यजीव विशिष्ट आवाज निकालकर अन्य वन्यजीवों काे सतर्क करते हैं) होने पर जिप्सियां रफ्तार से आगे-पीछे या यू-टर्न लेते हंै। कई बार चालक, गाइड को पयर्टकों द्वारा टीप मिलने पर बाघ दिखाने के लिए नियम को दरकिनार भी किया जाता है। यह देखते हुए उक्त निर्णय लिए गए हैं। ताड़ोबा प्रशासन का कहना है कि, पर्यटन पर नियंत्रण रखने और पर्यटन मार्ग और स्थानों को निर्धारित किया है। जहां इस प्रकार की घटनाओं की आशंका अधिक होती है उस क्षेत्र में क्षेत्रीय कर्मचारियों की टीम गश्त लगाती हैै। कुछ पर्यटन मार्ग को सिंगल कर दिया है। पर्यटन जिप्सी वाहनों पर बघिरा ऐप के माध्यम से नियंत्रण रखा जाता है। भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए जिप्सी चालक और गाइड की बैठक ली गई है जिसमें आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं।


Created On :   30 May 2024 3:18 PM IST

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