आक्रोश: मराठाओं के दबाव में ओबीसी आरक्षण को छुआ तो राज्यभर में आंदोलन

मराठाओं के दबाव में ओबीसी आरक्षण को छुआ तो राज्यभर में आंदोलन
  • डा. अशोक जीवतोडे ने दी चेतावनी
  • मराठा और कुनबी एक होने का कानून अमल में लाने की मांग
  • राज्य सरकार किसी के दबाव में न आए

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। मराठाओं के दबाव में ओबीसी आरक्षण को छुआ गया तो विदर्भ समेत राज्य भर में आंदोलन शुरू हो जाएगा। ओबीसी समाज ओबीसी नेता लक्ष्मण हाके के सथ खड़ा है। इसे संज्ञान में लेने की अपील विदर्भवादी ओबीसी नेता और भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष डा. अशोक जीवतोडे ने 20 जून को यहां की है।

हमारे द्वारा दी गई परिभाषा के अनुसार सगे संबंधी परिपत्रक का अमलीकरण करें, 57 लाख पंजीयन का आधार लेकर मराठा और कुनबी एक होने का कानून अमल में लाए, हैदराबाद गैजेट महाराष्ट्र में लागू करें, सातारा संस्था का गैजेट लागू करें, मनोज जरांगे की मांग के विरोध में विदर्भवादी ओबीसी नेता डा. अशोक जीवतोडे ने कहा कि ओबीसी समाज और ओबीसी संगठन राज्य सरकार के ऐसे किसी भी फैसले को बर्दाश्त नहीं करेंगे, जिससे ओबीसी आरक्षण प्रभावित होगा। इस बीच ओबीसी नेता लक्ष्मण हाके और प्रकाश शेंडगे के आंदोलन का भी डा. अशोक जीवतोडे ने समर्थन किया है। सगे संबंधी पर ओबीसी को आपत्ति है ओबीसी विरोधी उम्मीदवार को विधानसभा में उसकी जगह दिखाने की चेतावनी भी जीवतोडे ने दी है।

उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने स्वयं कहा है कि देवेन्द्र फडणवीस और भाजपा ओबीसी के साथ है, इसलिए हमें उन पर विश्वास है कि राज्य सरकार ओबीसी के आरक्षण को नुकसान नहीं पहुंचाएगी। अगर राज्य सरकार जारांगे के आंदोलन के दबाव में आकर सगे संबंधी परिपत्रक पारित करती है तो ओबीसी संगठन और समाज चुप नहीं बैठेगा और राज्य में बड़ी संख्या में ओबीसी आंदोलन के फलस्वरुप कानून व्यवस्था बिगड़ने के लिए राज्य सरकार स्वयं जिम्मेदार होगी। मराठा समाज को जो आरक्षण चाहिए उसे दिया जाए, लेकिन फैसला भारतीय संविधान का अध्ययन करने के बाद लिया जाना चाहिए। राज्य सरकार किसी के दबाव में न आए ऐसा भी डा. जीवतोडे ने कहा है।

Created On :   21 Jun 2024 8:23 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story