Chandrapur News: पुलिस ने होटल पर छापा मार कर प्रतिष्ठित व्यापारियों को जुआ खेलते पकड़ा

पुलिस ने होटल पर छापा मार कर प्रतिष्ठित व्यापारियों को जुआ खेलते पकड़ा
  • 3.10 लाख की नकद बरामद
  • गुप्त सूचना मिलते ही कार्रवाई

Chandrapur News नागपुर महामार्ग पर स्थित प्रतिष्ठित एनडी होटल के रूम नंबर 112 में चल रहे जुआ अड्डे पर स्थानीय अपराध शाखा की टीम ने छापा मारकर जुआ खेल रहे कुल 10 जुआरियों को गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई में पुलिस ने उनके पास से लगभग 3 लाख, 10 हजार 610 रुपये की नकदी जब्त की है। गिरफ्तार आरोपियों में प्रतिष्ठित व्यवसायी दिलीप जेठवानी, संतोष श्यामराव आमने, याेगेश्वर पंडित, समीर उराडे, भोला दास, हमीद अजमी शरीफ, बल्लारपुर के गोवर्धन चंदेल, प्रभाकर येनगनलेवार, उमेश खाटिक और शिवम हसानी का समावेश है। जानकारी के अनुसार स्थानीय अपराध शाखा की टीम को सूचना मिली थी कि नागपुर महामार्ग पर स्थित होटल एनडी के एक कमरे में जुआ खेला जा रहा है। सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने छापा मारा, तो अफरा-तफरी मच गई।

पुलिस ने 10 लोगों की तलाशी लेने पर उनके पास से 3 लाख 10 हजार 610 रुपये की नगदी बरामद की गई। पुलिस ने बताया कि, छापे के दौरान विविध प्रतिष्ठित व्यवसायी दिलीप जेठवानी, संतोष श्यामराव आमने, याेगेश्वर पंडित, समीर उराडे, भोला दास, हमीद अजमी शरीफ, बल्लारपुर के गोवर्धन चंदेल, प्रभाकर येनगनलेवार,उमेश खाटिक और शिवम हसानी को गिरफ्तार कर देर रात सभी को रामनगर पुलिस के हवाले किया, जहां से सभी को जमानत पर रिहा कर दिया। किंतु शहर के प्रतिष्ठित होटल में चल रहे जुुआ अड्डे पर व्यापारियों के जुआ खेलते गिरफ्तार होने की खबर की दिन भर शहर में चर्चा रही। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक मुम्मका सुदर्शन, अपर पुलिस अधीक्षक रीना जनबंधु, थानेदार अमोल कोचोरे के नेतृत्व में एपीआई बलराम झाडोकर, पीएसआई संतोष निंभोरकर, हवलदार जयसिंह, चेतन गज्जलवार, प्रशांत नागोसे, शशांक बादामवार, मिलिंद जांभुले, नितीन रायपुरे, किशोर वाकाटे और अपराध शाखा की टीम ने की है।

प्रेस नोट में पुलिस ने नहीं दिए आरोपियों के नाम? : जुआ खेलते पकड़े गए रसूखदारों के नाम पुलिस विभाग ने प्रेस नोट में जानबूझकर नहीं दिए। जबकि विविध अपराध व कार्रवाई में पकड़े गए आरोिपयों के नाम प्रेस नोट में जरूर होते है। साथ ही आरोपी पकड़े गए माल के साथ पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों का फोटोसेशन भी होता है। किंतु इस मामले में ऐसा करने से पुलिस ने परहेज क्यों किया? प्रेस नोट में पुलिस विभाग ने आरोपियों के नाम क्यों नहीं दिए? जैसे कई सवाल उठ रहे हंै। हालांकि, कई कोशिशों के बाद पुलिस सूत्रों ने निजी तौर पर आरोपियों के नाम उपलब्ध कराए।


Created On :   29 April 2025 3:41 PM IST

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