Chandrapur News: कर्मवीर दादासाहब कन्नमवार के विचार और कार्य अगली पीढ़ी तक पहुंचाएं : फडणवीस

कर्मवीर दादासाहब कन्नमवार के विचार और कार्य अगली पीढ़ी तक पहुंचाएं : फडणवीस
  • समस्याएं सुलझाने का दिया आश्वासन
  • सभी से मिलकर काम करने का किया आह्वान

Chandrapur News पिछड़े मेहनतकश समाज में दादासाहाब कन्नमवार का जन्म हुआ परंतु खुद की मेहनत के बल पर उन्होंने अपना काम सिद्ध किया। दादासाहाब यह लक्ष्यवादी नेता थे। अपनी पूरी जिंदगी वे राज्य व जिले का विकास का लक्ष्य लेकर जीये। ऐसे नेता के विचार व कार्य अगली पीढ़ी तक पहुंचना आवश्यक है, यह विचार राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने व्यक्त किए।

प्रियदर्शनी इंदिरा गांधी सभागृह में बेलार समाज संगठन व रौप्य महोत्सव समिति की ओर से आयोजित कर्मवीर मा.सा. कन्नमवार शतकोत्तर रौप्य महोत्सव समारोह में मुख्यमंत्री फडणवीस बोल रहे थे। उन्होंेने कहा कि, शिक्षा व स्वास्थ्य यह महत्वपूर्ण विषय है। प्रत्येक गांव में स्वाथ्य केंद्र रहे, ऐसा सर्वप्रथम विचार कर्मवीर दादासाहाब ने रखा। शिक्षा क्षेत्र में भी उन्होंने अनेक लोगों को प्रेरित किया। इस राज्य की प्रगति के लिए बड़ा योगदान दादासाहब ने दिया। विधानसभा के राष्ट्रकुल संसदीय मंडल की ओर से कर्मवीर दादासाहब कन्नमवार का गौरवग्रंथ प्रकाशित किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि, भारत-चीन युद्ध के समय महाराष्ट्र के पहले मुख्यमंत्री स्व. यशवंतराव चव्हाण को देश के संरक्षणमंत्री पद की जिम्मेदारी दी गई। उसके बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में मा.सा. कन्नमवार को राज्य काम दिया गया। इस पद पर वे 1 वर्ष 4 महीने थे। वह युद्ध का समय था। ऐसी परिस्थिति में आर्थिक सहायता के लिए दादासाहब ने आर्थिक सहयोग के लिए जनता से अपील की। उस समय चंद्रपुर जिला व राज्य ने उनके अपील को प्रतिसाद देते हुए देश को सोना, आर्थिक मदद दान की। मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि, आम जनता का विकास करना यही अपनी सरकार का लक्ष्य है। जिले का विकास करने के लिए सभी जनप्रतिनिधि एकजुट होकर काम करें।

जिले के संबंध में सभी समस्या दूर की जाएगी। जो मांगें होगी वह पूर्ण की जाएगी, ऐसा आश्वासन भी दिया। कार्यक्रम के अध्यक्षस्थान पर विधायक विजय वडेट्टीवार तो प्रमुख अतिथि के रूप में राष्ट्रीय पिछड़ावर्गीय आयोग के अध्यक्ष हंसराज अहिर, सांसद प्रतिभा धानोरकर, विधायक किशोर जोरगेवार, विधायक देवराव भोंगले, विधायक सुधाकर अडबाले, पूर्व मंत्री शोभा फडणवीस, प्रभारी जिलाधिकारी विवेक जॉन्सन, मनपा आयुक्त विपीन पालीवाल, आयोजन समिति के राहुल कन्नमवार, सूर्यकांत खनके आदि उपस्थित थे। इस समय अतिथियों के हाथों मा.सा. कन्नमवार गौरव स्मरणिका का विमोचन किया गया। वहीं मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के हाथों विविध क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करनेवाले समाज के डा. गजानन कोटेवार, प्रभा चिलखे, रुपेश कोकावार, देवराव कासटवार, गजानन चंदावार का सम्मान किया गया। कार्यक्रम का संचालन ऐश्वर्या भालेराव ने किया।

दादासाहब व फडणवीस में समानता : जोरगेवार : विधायक जोरगेवार ने कहा कि, कर्मवीर दादासाहब को विकास की दृष्टि थी। कर्मवीर दादासाहाब कन्नमवार व देवेंद्र फडणवीस यह दो मुख्यमंत्री चंद्रपुर जिले ने दिए हंै। अनेक बातों में दादासाहाब व मुख्यमंत्री फडणवीस में समानता हंै। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी दूरदृष्टि के नेता हंै। उनके अगुवाई से समृद्धि महामार्ग का विस्तार चंद्रपुर जिले से हो रहा है। चंद्रपुर मेडिकल कॉलेज के लिए 100 करोड़, कैन्सर अस्पताल की शेष निधि राज्य सरकार ने तत्काल दे, जिले का धानोरा बैरेज पूर्ण करें, कर्मवीर मा.सा. कन्नमवार की जयंती सरकारी स्तर पर जाहीर करें, चंद्रपुर में 400 एकड़ पर 287 करोड़ रुपए खर्च कर निर्माण होनेवाली टायगर सफारी प्रकल्प का विषय तत्काल निपटाने की मांग की।

मेडिकल कॉलेज को दें मा.सा.कन्नमवार का नाम : वडेट्टीवार : अध्यक्षीय भाषण में विधायक विजय वडेट्टीवार ने कहा कि, कुआं व घर निर्माण करनेवाले मेहनतकश समाज से आए दादासाहाब यह राज्य के सर्वोच्च पद पर पहुंचे। चंद्रपुर व गड़चिरोली इन दुर्गम जिले में अनेक विकास कार्य उन्होंने किए। ऐसे चंद्रपुर में निर्माण होनेवाले नए शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय को कर्मवीर दादासाहाब कन्नमवार का नाम दें व इस समाज के लिए आर्थिक विकास महामंडल निर्माण करने की मांग की।

Created On :   11 Jan 2025 3:49 PM IST

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