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Chandrapur News: चंद्रपुर के गांव में बालिका जीबी सिंड्राेम से संक्रमित मिली

- चेक ठाणेवासना के 904 नागरिकों की स्वास्थ्य जांच
- गांव से 11 पानी के नमूने परीक्षण के लिए भेजे
Chandrapur News पोंभुर्णा तहसील के चेक ठाणेवासना निवासी एक लड़की जीबी सिंड्राेम बीमारी से संक्रमित होने की सूचना नागपुर के शासकीय मेडिकल कॉलेज से चंद्रपुर जिला स्वास्थ्य विभाग को मिली है। इस पार्श्वभूमि पर स्वास्थ्य विभाग ने चेक ठाणेवासन में सर्वे किया। इस दौरान 904 नागरिकों की स्वास्थ्य जांच की गई है।इसके तहत गांव के 192 घरों में जाकर 904 नागरिकों की जांच की गई। इस जांच में जीबी सिंड्रोम का कोई भी मरीज नहीं पाया गया तथा गांव से 11 पानी के नमूने परीक्षण के लिए भेजे गए हैं। फिलहाल पानी की परीक्षण रिपोर्ट उपलब्ध नहीं है। इसके अलावा, चेक ठाणेवासना ग्राम पंचायत से ब्लीचिंग पाउडर के नमूने भी परीक्षण के लिए चंद्रपुर भेजे गए हैं। इस बीच, जीबी सिंड्रोम से संक्रमित लड़की के रिश्तेदारों से बातचीत करने पर, उन्होंने बताया कि मरीज की हालत में सुधार हो रहा है और उसे जल्द ही अस्पताल से छुट्टी देने की जानकारी जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अशोक कटारे ने दी है।
मरीज मिलने से मचा हड़कंप : पोंभुर्णा तहसील के चेक ठाणेवासना गांव में "जीबीएस' (गिलियन बेरी सिंड्रोम) से पीड़ित एक मरीज मिलने से हड़कंप मच गया है। उल्लेखनीय है कि इस मरीज का पिछले एक महीने से नागपुर के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है।
राज्य के कई जिलों में गिलियन-बैरे सिंड्रोम (जीबीएस) रोग ने अपने पैर पसारे हैं। राज्य में अब तक 169 मरीजों की मौत हो चुकी है। यह बीमारी अब जिले में भी फैलने लगी है। यह रोग बहुत दुर्लभ है। यह शरीर की रोग प्रतिकार शक्ति पर हमला करता है। पोंभुर्णा तहसील के चेक ठाणेवासना स्थित जिला परिषद स्कूल की कक्षा 6वीं की 12 वर्षीय छात्रा की हालत 1 जनवरी को अचानक बिगड़ गई। जब उसकी हालत और बिगड़ गई तो उसे 4 जनवरी को पाेंभुर्णा अस्पताल ले जाया गया। स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हुआ तो उसे चंद्रपुर और बाद में इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज नागपुर में भर्ती किया गया। वहां जांच से पता चला कि वह जीबीएस से संक्रमित थी। साक्षी का पिछले एक महीने से इलाज चल रहा है किंतु जिला स्वास्थ्य विभाग को इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी।
जीबीएस का उपचार खर्चीला है। साक्षी के पिता एक किसान के यहां साल भर के लिए मजदूर और मां मजदूरी करती है। ऐसे में बच्ची के उपचार के लिए पैसे कहां से लाये यह सवाल है। जीबीएस संक्रमित रोगी के बारे में पोंभुर्णा पंस के गटविकास अधिकारी को कोई जानकारी ही नहीं है।
चार गांवों के लाेगों के रक्त नमूने लिए गए : यह पाया गया है कि यह लड़की जीबीएस से संक्रमित है। एहतियाती उपाय और सावधानी के तौर पर, तुरंत चेक ठाणेवासना, दिघोरी, गंगापुर और नवेगांव मोरे के नागरिकों के रक्त के नमूने लिए गए हैं। गांव के पेयजल स्रोत से भी नमूने लिए गए हैं। हालांकि, अन्य लोगों में जीबीएस के कोई लक्षण नहीं पाए गए। कुछ अन्य गांवों के नागरिकों के रक्त का परीक्षण किया जा रहा है। -डॉ.संदेश मामीडवार, तहसील मेडिकल अधिकारी,पोंभुर्णा
Created On :   6 Feb 2025 1:05 PM IST