Chandrapur News: बाघिन से बिछड़कर गांव में घुस आया शावक, वनविभाग ने किया रेस्क्यू !

बाघिन से बिछड़कर गांव में घुस आया शावक, वनविभाग ने किया रेस्क्यू !
  • दो घरों के बीच घुसा बाघिन का शावक
  • वन विभाग ने सुरक्षित पिंजरे में कैद किया
  • गांव के लोगों में देखी जा रही दहशत

Chandrapur News ब्रह्मपुरी वन विभाग अंतर्गत उत्तरी ब्रह्मपुरी क्षेत्र के भगवानपुर बिट के वायगांव में अचानक बाघिन का शावक घुसने की जानकारी सोमवार की सुबह वनविभाग को मिली। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और दो घरों के बीच घुसे बाघिन के शावक को सुरक्षित पिंजरे में कैद कर लिया।

ब्रह्मपुरी तहसील में जंगल से सटे उत्तर ब्रह्मपुरी वन क्षेत्र के भगवानपुर बिट के वायगांव में दो घरों के बीच एक खुली जगह में बाघ के छुपे होने की जानकारी मिली। यह जानकारी मिलते ही वनविभाग की टीम गांव में पहुंची और वहां पर पिंजरे लगाए गए। सुबह 11 बजे शावक पिंजरे में कैद हुआ। इसके बाद शावक को ब्रह्मपुरी वनविभाग के कार्यालय में लाया गया। जहां पर चंद्रपुर के पशुवैद्यकीय अधिकारी डॉ. रविकांत खोब्रागडे और बायोलॉजिस्ट राकेश अहुजा ने मेडिकल जांच की। पिंजरे में कैद बाघिन शावक की उम्र चार से पांच महीने है। रात में अपनी मां के साथ घूम रही शावक मां से अलग होकर गांव में घुसने का अनुमान वनविभाग ने व्यक्त किया है।

ब्रह्मपुरी वन विभाग के उपवन संरक्षक राकेश सेपट के मार्गदर्शन में उत्तर ब्रह्मपुरी के वनपरिक्षेत्र अधिकारी एस. बी. नरड व तलोधी वन परिक्षेत्र अधिकारी आरुप कन्नमवार ने बाघिन शावक को सुरक्षित पिंजरे में कैद करने की कार्रवाई की। इस अवसर पर वनविभाग के आर.आर.यू. टीम, नागभीड़ के वनरक्षक एस.एस. कुथे, वनरक्षक नवघरे, तलोधी के वनरक्षक राजेंद्र भरणे, वनरक्षक लोणबले, मानद वन्यजीव रक्षक विवेक करंबेकर, एनईडब्ल्यू संस्था के पंकज माकोडे, स्वाब संस्था बचाव दल के यश कायरकर, जीवेश सयाम, छत्रपति रामटेके, महेश बोरकर, अमन करकाडे, अमीर करकाडे, शुभम निकेशर, गणेश गुरनुले, विकास लोणबले आदि उपस्थित थे।

Created On :   1 Oct 2024 8:06 AM GMT

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