Chandrapur News: बाघों का शिकार रोकने संगठित नेटवर्क को नष्ट करें : वनमंत्री

बाघों का शिकार रोकने संगठित नेटवर्क को नष्ट करें : वनमंत्री
  • वनविभाग के अधिकारियों को दिए निर्देश
  • चंद्रपुर के मामले पर की समीक्षा

Chandrapur News बाघों के शिकार के लिए कुख्यात बहेलिया गिरोह चंद्रपुर जिले में पकड़े जाने के बाद वनविभाग में हड़कंप मचने के साथ देशभर में अलर्ट जारी है। दरम्यान मंगलवार को मुंबई में वनमंत्री गणेश नाइक द्वारा पीसीसीएफ (एचओएफएफ), एपीसीसीएफ (वन्यजीव) तथा अन्य अधिकारियों सहित वरिष्ठ स्तर की बैठक बुलाई गई। जिसमें चंद्रपुर में बहेलिया गिरोह द्वारा किए गए बाघों के शिकार, विशेष रूप से संगठित शिकार गिरोहों की समीक्षा की गई। अधिकारियों ने मंत्री को चल रही जांच तथा देश भर में फैले शिकार नेटवर्क के बारे में जानकारी दी।

वनमंत्री ने बाघ अभयारण्यों के क्षेत्र निदेशकों सहित सभी उपस्थित अधिकारियों को सभी निवारक उपाय करने, नवीनतम फोरेंसिक उपकरण तथा वित्तीय विश्लेषण का उपयोग करने, राज्य तथा देश की सीमाओं के बाहर कार्रवाई करने के लिए विशेष केंद्रीय एजेंसियों की मदद लेने तथा संगठित शिकार के नेटवर्क को नष्ट करने का निर्देश दिए, ताकि आगे की घटनाओं को रोका जा सके। बैठक में वनवविभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चंद्रपुर जिले के अधिकारी उपस्थित थे।

हरियाणा के सोनीपत से एक व्यापारी गिरफ्तार : बाघों का शिकार और उसके अंगों की तस्करी के तार देश-विदेश तक जुड़े होने के चलते मामले की जांच दो एसआईटी कर रही है। जांच के दौरान हरियाणा के साेनीपत से प्रवीण कुमार नामक एक व्यापारी को पकड़ा गया है। उसे राजुरा अदालत में पेश करने पर 14 फरवरी तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। बताया जा रहा है कि, शिकारी व तस्करों के बीच आर्थिक लेन-देन में व्यापारी का समावेश पाया गया है। इसके पहले मेघालय के शिलांग से गिरफ्तार निंग सैन लून नामक महिला भी 14 फरवरी तक वन हिरासत में है। जबकि शुरुआत में पकड़े गए बहेलिया गिरोह का सरगना अजीत सियालाल पारधी व उसके परिवार के इंजेक्शन, रीमा, रबीना, सेवा, राजकुमारी, मेघालय का लालनीसुंग और पंजाब का सोनू सिंह फिलहाल 20 फरवरी तक न्यायिक हिरासत में है। इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की संख्या 10 पर पहुंच गई है।

पर्यावरण, वन तथा जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, एनटीसीए तथा डब्ल्यूसीसीबी नई दिल्ली द्वारा गठित 5 सदस्यीय एसआईटी जांच की निगरानी तथा समन्वय कर रही है। इस अपराध से संबंधित वन्यजीव वस्तुओं के अवैध शिकार तथा व्यापार के संबंध में आगे की कड़ी स्थापित करने में सहायता करने के लिए चंद्रपुर में वन विभाग को आवश्यक सहायता प्रदान कर रही है। आगे की जांच 12 सदस्यीय एसआईटी द्वारा की जा रही है। जिसका नेतृत्व सीडब्ल्यूएलडब्ल्यू के विवेक खांडेकर व चंद्रपुर सीसीएफ जितेंद्र रामगांवकर कर रहे हंै। बता दें कि, इस मामले में और अधिक जानकारी वनविभाग नहीं दे रहा।

Created On :   12 Feb 2025 12:24 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story