Chandrapur News: बाघ के शिकारी बहेलिया गिरोह का एफसीआर बढ़ा, देशभर के जंगल में रेड अलर्ट

बाघ के शिकारी बहेलिया गिरोह का एफसीआर बढ़ा, देशभर के जंगल में रेड अलर्ट
  • पंजाब से पकड़ा गया आरोपी भी 7 तक वन हिरासत में
  • दो एसआईटी कर रही नेशनल-इंटरनेशनल कनेक्शन की पड़ताल

Chandrapur News बाघ के शिकार के लिए कुख्यात बहेलिया गिरोह का सरगना और उसके सदस्य चंद्रपुर जिले के राजुरा तहसील में पकड़े जाने के बाद देशभर के जंगल में रेड अलर्ट जारी किया गया है। इस गिरोह से बाघों के शिकार की जानकारी व गिरोह के अन्य लोगों के साथ संबंधितों का पता चंद्रपुर वनविभाग की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम लगा रही है। वहीं इस गिरोह का नेशनल-इंटरनेशनल कनेक्शन का पता लगाने व समन्वय रखने हेतु नेशनल टाइगर कन्जर्वेशन अथॉरिटी की सूचना पर 5 सदस्यीय एसआईटी गठित की गई है। जिसमें वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो और मध्यप्रदेश वनविभाग, महाराष्ट्र वनविभाग के अधिकारियों का समावेश होने की जानकारी है। इस मामले में अब तक 8 लोगांे की गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।

25 जनवरी को गिरफ्तार अजित राजगोंड उर्फ अजित सियालाल पारधी व उसके परिवार के सदस्य इंजेक्शन, रीमा, रबीना, सेवा, राजकुमारी को गिरफ्तार किया गया था। राजकुमारी को न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। जबकि अन्य सभी 5 आरोपियों का एफसीआर समाप्त होने के बाद मंगलवार को पुन: राजुरा के अदालत में पेश किया गया। जहां उनका 7 फरवरी तक एफसीआर बढ़ाने की जानकारी मिली है। ज्ञात हो कि,बहेलिया गिरोह से संबंध रखने के मामले में 30 जनवरी को एसआईटी ने मेघालय के शिलाँग से पूर्व सैनिक लालनेसुंग को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद वनविभाग की टीम ने जांच आगे बढ़ाकर पंजाब के होशियारपुर से सोनू सिंह नामक आरोपी को पकड़कर चंद्रपुर लाया गया। यह भी आरोपी 7 फरवरी तक वन हिरासत में है।

एनटीसीए नई दिल्ली द्वारा गठित 5 सदस्यीय एसआईटी जांच की निगरानी कर रही है तथा चंद्रपुर में वन विभाग को आवश्यक समन्वय और सहायता प्रदान कर रही है। चंद्रपुर के सीसीएफ जितेंद्र रामगांवकर द्वारा गठित 12 सदस्यीय एसआईटी द्वारा आगे की जांच चल रही है। इसमें मध्यचांदा की डीसीएफ श्वेता बोड्डू, राजुरा सब डीएफओ पवन कुमार जोंग, टीएटीआर के डीएफओ सचिन शिंदे, एसएफडी के डीएफओ बापू येले, एसीएफ आदेश शेंडगे, वेणु गोपाल, महेश गायकवाड़, सुरेश येलकेवाड, अरुण गोंड, आकाश सारदा और शाहबाज शेख का समावेश है। बाहरी टीमे भी चंद्रपुर जिले में आकर जांच पड़ताल कर रही है। अब तक आरोपियों से शिकारी सामग्री तथा बाघ के अंग भी जब्त किए हैं जिसे जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा है। अजीत और शिलाँग से पकड़े गए आरोपी के बीच लाखों रुपए का व्यवहार होने की जानकारी सामने आयी है। बताया जा रहा है कि कुख्यात शिकारी अजीत अपने सदस्यों के साथ पिछले कई दिनों से राजुरा परिसर में था। ऐसे में वनविभाग के कानों पर जूं तक नहीं रेंगना याने उनकी कार्यप्रणाली पर कई सवाल निर्माण हो रहे हैं।


Created On :   5 Feb 2025 1:11 PM IST

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