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गिरफ्तारी: रिपोर्ट देने मांगी घूस, मेडिकल कॉलेज का वरिष्ठ सहायक व लिपिक गिरफ्तार
- एक्सीडेंट में पैर टूटने से थे छुट्टी पर
- आफिस में देना था प्रमाणपत्र
- प्रमाणपत्र देने के लिए कर रहा था आनाकानी
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। वैद्यकीय मंडल की रिपोर्ट देने के काम के लिए 10 हजार रुपए की रिश्वत मांगनेवाले चंद्रपुर सरकारी मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ सहायक व वरिष्ठ लिपिक को चंद्रपुर एंटी करप्शन ब्यूरो ने धर दबोचा। वरिष्ठ सहायक अशोक बाबूराव बगुलकर (58) व दीपक केशवराव सज्जनवार (36) ऐसे आरोपियों के नाम हैं। यह कार्रवाई एसीबी की टीम ने बुधवार को की।
बता दें कि, यवतमाल जिले के वणी तहसील अंतर्गत ग्राम वेडाबाई निवासी शिकायतकर्ता एसपी महामंडल चंद्रपुर में चालक पद पर कार्यरत है। उनका वर्ष 2022 में बंगाली कैम्प चंद्रपुर में दुर्घटना होने से पैर में रॉड डाला गया था किंतु कुछ दिन बाद रॉड के स्क्रू टूटने से पैर में पॉयजन हुआ। एम्स अस्पताल नागपुर में उपचार किया गया। उपचार दरम्यान शिकायतकर्ता अवकाश पर थे। ड्यूटी पर नियुक्त होने के लिए वैद्यकीय अधिकारी का वैद्यकीय प्रमाणपत्र की आवश्यकता होने से उन्होंने जून 2024 में जिला अस्पताल में जांच के लिए गए थे। जांच के बाद फीट फाॅर लाइट ड्यूटी एक्सपेक्ट ड्राइविंग ऐसा शेरा दर्ज कर वैद्यकीय रिपोर्ट कार्यालय में पेश की।
वैद्यकीय रिपोर्ट में वह चालक पद पर काम करने संबंध में स्पष्ट लिखा नहीं था जिससे शिकायतकर्ता ने वैद्यकीय मंडल शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय चंद्रपुर में वैद्यकीय रिपोर्ट देने संबंध में आवेदन किया था। वरिष्ठ सहायक बगुलकर को बार-बार मिलकर रिपोर्ट देने से संबंध में अनुरोध भी किया किंतु टालमटोल किया जा रहा था। ऐसे में 18 जून को बगुलकर ने कहा कि तत्काल वैद्यकीय मंडल की रिपोर्ट चाहिए तो 10 हजार रुपए देने पड़ेंगे अन्यथा काम नहीं होगा परंतु रिश्वत देने की इच्छा नहीं होने के चलते शिकायतकर्ता ने 19 जून को चंद्रपुर एसीबी में शिकायत दर्ज की। पुलिस उपअधीक्षक मंजूषा भोसले ने शिकायत को लेकर जांच पड़ताल कर जाल बिछाया। कार्रवाई के दरम्यान बगुलकर की ओर से दीपक सज्जनवार ने शिकायतकर्ता से रिश्वत स्वीकार की। कार्रवाई दाताला मार्ग के हॉटेल सेलीब्रेशन समीप रोमा इलेक्ट्रिकल दुकान के सामने की गई। सज्जनवार ने फोन के माध्यम से बगुलकर को रिश्वत लेने की बात बताई। जहां बगुलकर ने भी सकारात्मक प्रतिसाद देने के चलते उन्हें हिरासत में लिया गया। मामले की जांच एसीबी कर रही है। कोई रिश्वत की मांग करता है तो उसकी शिकायत करने की अपील भी एसीबी ने की है।
Created On :   20 Jun 2024 5:03 PM IST