जांच-पड़ताल: बीएस इस्पात कंपनी से रात में ही कई फाइलें लेकर ईडी टीम हो गई रवाना

बीएस इस्पात कंपनी से रात में ही कई फाइलें लेकर ईडी टीम हो गई रवाना
  • सुबह से लेकर रात तक चलती रही जांच-पड़ताल
  • कार्रवाई किस कारण को लेकर हुई इसकी जानकारी नहीं
  • कंपनी के अनेक विवाद की चर्चा

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। ईडी की दिल्ली टीम ने चंद्रपुर जिले के वरोरा तहसील में आनेवाले मजरा गांव स्थित बीएस इस्पात कंपनी पर गुरुवार 20 जून को सुबह साढ़े 7 बजे के दौरान छापा मारा। सुबह से लेकर रात तक विविध दस्तावेज, फाइले खंगाले गए। उसके बाद रात को ही कई फाइलें लेकर ईडी की टीम कंपनी से रवाना होने की खबर है। यह कार्रवाई किस कारण को लेकर की गई,यह तो ना ईडी के टीम ने बताया ना ही कंपनी प्रबंधन ने।

दरम्यान कंपनी से जुड़े एक व्यापारी ने बताया कि, कंपनी से जुड़े बैंकिंग, कोयला, मुकुटबन स्थित खरीदी की गई जमीन, संपत्ति के पेपर आदि अनेक दस्तावेजों की फाइल लेकर गई। इसी मजरा स्थित कंपनी के भरोसे ही मुकुटबन में कंपनी को कोल ब्लॉक आवंटित हुआ था। किंतु वह कोयला कंपनी में उपयोग करने के बजाय बड़े पैमाने पर खुले मार्केट में बेचा गया। मजरा स्थित कंपनी कभी शुरू तो कभी बंद रहती थी। कंपनी के अनेक विवाद हैं, जैसे कि व्यवसायियों को दाेगुने पैसे देने का झांसा, व्यवसायिक विवाद आदि का समावेश है।

ऐसे में बंद कंपनी की ओर किसी का ध्यान नहीं जाता। इसलिए कंपनी ने अपने सभी फाइलों का जखीरा मजरा स्थित कंपनी में ही रखा था। इसकी भनक ईडी को लगी और टीम ने कंपनी पर पहुंचकर दस्तक दी। दिनभर फाइले खंगालने के बाद संबंधित फाइलेंे अपने साथ लेकर जाने की चर्चा संबंधित व्यापारियों से सुनने मिली है। इंडो यूनिक फ्लेम वॉशरी, जो एनसीएलटी में है (बैंक करप्ट), के फर्जी पेपर द्वारा कोल वॉश कर कंपनियों को दिया गया। ऐसे अनेक मुद्दों की वजह से भी यह छापा पड़ने की चर्चा है।

ज्ञात हो कि, करीब 4 साल से कभी शुरू तो कभी बंद स्थिति में रहनेवाले इस कम्पनी में गुरुवार को सुबह 7:40 को ईडी ने सीआरपीएफ और केंद्रीय रिजर्व पुलिस की टीम के साथ दो इनोवा वाहन में आकर छापा मारा। ईडी के 4 अधिकारी ने इस कम्पनी के अकाउंटंट के माध्यम से कुछ कागजात खंगाले थे। दिखावे के लिए शुरू थी कंपनी : गौरतलब है कि, बीएस इस्पात कंपनी मजरा वरोरा व यवतमाल जिले के मुकुटबन में कोल ब्लॉक आवंटित है।

आयरन ओवर का कच्चा माल मजरा स्थित बी एस इस्पात में लाकर उस पर प्रक्रिया कर स्टील तैयार किया जाता है। लेकिन कंपनी की अनुमति रद्द न हो इसलिए पिछले 5 वर्षो से कंपनी शुरू होने का दिखावा किया जा रहा है, ऐसा भी बताया जा रहा है। वतमाल जिले के मुकुटबन स्थित बीएस इस्पात कंपनी का 40 हजार मीट्रिक टन कोयले की धांधली का मामला 2023 को विधानसभा के मानसून सत्र में गुंजा था। जिस पर मुख्यमंत्री ने भी जांच के आदेश दिए थे।


Created On :   22 Jun 2024 1:48 PM GMT

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