छापा: खरगोश का शिकार करने वाले 7 आरोपियों को वन-विभाग की टीम ने किया गिरफ्तार

खरगोश का शिकार करने वाले 7 आरोपियों को वन-विभाग की टीम ने किया गिरफ्तार
  • गुप्त जानकारी मिलने पर वनविभाग की टीम ने छापा मारा
  • घायल खरगोश की उपचार के दौरान मृत्यु
  • आरोपियों के पास से शस्त्र आदि जब्त

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। बल्लारपुर तहसील के नियतक्षेत्र कलमना अंतर्गत पलसगांव तेंदु गोदाम परिसर में खरगोश का शिकार करने की सूचना के आधार पर वनविभाग की टीम ने छापा मारकर 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों को न्यायालय में पेश किए जाने पर सभी को जमानत पर रिहा कर दिया है।

गिरफ्तार आरोपी गोंदिया जिले के गोंगले निवासी दिलीप रामा मेश्राम (37), भंडारा जिले के उमरी निवासी राज काशीराम मेश्राम (39), गोंदिया जिले के साेंदड निवासी भेजराम शंकर कोल्हे (24), सोंदल निवासी विनोद रामकृष्ण बेंडवार (42), सुभाष वासुदेव चन्ने (45), किन्ही जि. भंडारा निवासी पुरुषोत्तम मोतीराम वलथरे और किन्ही निवासी फागू पांडुरंग शेंडे (50) ने बताया कि उन्होंने खाने के मकसद से खरगोश का शिकार किया था। वनविभाग की टीम ने आरोपियों के पास से एक घायल खरगोश जब्त कर उसे उपचार के लिए ताड़ोबा अंधारी व्याघ्र प्रकल्प चंद्रपुर भेजा जहां 6 जून को उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई।

सभी आरोपियों के खिलाफ वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम 1972 की धारा 2,9, 39, 44, 51 व 52 के तहत अपराध दर्ज कर गुरुवार को न्यायालय में पेश किया है। साथ ही शिकार में उपयोग किये हाथियार जब्त किए हैं। मामले की जांच मध्य चांदा वनविभाग चंद्रपुर की उपवन संरक्षक श्वेता बोड्डू, सहायक वनसंरक्षक आदेशकुमार शेंडगे के मार्गदर्शन मंो बल्लारशाह वनपरिक्षेत्र अधिकारी नरेश भोवरे कर रहे हैं। कार्रवाई क्षेत्र सहायक बी.टी. पुरी, परमेश्वर आनकाडे, सुनील नन्नावरे, मनोहर धाईत, भारती तिवाडे, वनसंरक्षण मजदूरों ने सहयोग किया है।

पलसगांव में "गिद्ध बचाओ प्रकृति बचाओ' अभियान शुरू , चिमूर , पर्यावरण के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। इस दिन के अवसर पर, ताडोबा-अंधारी व्याघ्र प्रकल्प के बफर क्षेत्र में पलसगांव वन रेंज कार्यालय ने गिद्ध बचाओ, प्रकृति बचाओ अभियान लागू किया गया है। इस अवसर पर पलसगांव जिला परिषद शाला में लघु फिल्म दिखाकर जनजागरण किया गया। वनविभाग ने गिध्द संवर्धन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सफेद पीठ वाले लंबी चोंच के गिध्दों का जीवन खतरे में है। उनके अस्तित्व और गिद्धों के संरक्षण के लिए, महाराष्ट्र वन विभाग ने गिद्धों के प्रजनन की समस्याओं और उन्हें कैसे खत्म किया जा सकता है, इस पर " मदद चाहिए गिध्दों को' फिल्म के माध्यम से ध्यान केंद्रित किया है। इस अवसर पर प्रदीप सोयम, भास्कर दास, सोनू नैताम, वनपाल विनोद किलनाके, सरपंच सरिता गुरनुले, पुलिस पाटिल दड़मल, ग्राम पंचायत कर्मचारी भक्त दास कोहचडे, वन मजदूर विष्णु गुरनुले, पर्यटक गाइड, ड्राइवर, मालिक और महिला-पुरुष बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।

Created On :   7 Jun 2024 11:59 AM GMT

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