खौफ: अचानक साइकिल सवार के सामने आ गया बाघ, बस चालक के आने से बची जान

अचानक साइकिल सवार के सामने आ गया बाघ, बस चालक के आने से बची जान
  • बाघ उससे महज 5 फीट की दूरी पर था
  • बाघ को देख वह वहीं ठिठक गया
  • ड्राइवर ने साइकिल सवार को बस में खींच लिया

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। बाघ को अचानक सामने पाकर किसी की भी सिट्‌टी पिट्‌टी गुम हो जाती है। ऐसा ही मामला नागभीड़ से गोंविदपुर मार्ग के बीच हुआ। जहां एक साइकिल सवार के सामने अचानक बाघ आ धमका। बाघ उससे महज 5 फीट की दूरी पर था। बाघ को देख वह वहीं ठिठक गया। इस बीच अचानक वहां से गुजर रही एसटी बस चालक को ध्यान में आते ही उसने साइकिल सवार को बस में खींच लिया। ब्रह्मपुरी डिपो के बस चालक विशाल मुलमुले और परिचालक मनोज पत्रे मंगलवार को बस क्रं. एमएच 06 एस 8862 की ड्यूटी पर थे। शाम के समय पर नागभीड़ से सोनापुर जा रहे थे।

सोनापुर के पूर्व पुल का काम शुरू था क्योंकि बरसात की वजह से मोड़ का रास्ता बह गया इसलिए बस सोनापुर न ले जाकर नागभीड़ से गोंविदपुर की फेरी पर थी। शाम 5 से 5.30 बजे बस नागभीड़ से गोंविदपुर मार्ग के बीच दौड़ रही थी। गोंविदपुर से एक किमी पूर्व बस में कोई पैसेंजर न होने से ड्राइवर ने पेशाब करने के लिए बस को रोका। इस बीच यशवंत तिमाजी खानदेवे (60) साइकिल के साथ बस से आगे निकला। वह 15 से 20 फीट सामने गया होगा कि अचानक सड़क के दूसरी ओर से बाघ सामने आ गया।

बाघ को एकदम सामने देखकर मारे दहशत से वह जगह पर ही ठिठक गया किंतु समय सूचकता दिखाते हुए बस के ड्राइवर ने बस का दरवाजा खोलकर साइकिल सवार यशवंत खानदेेवे को बस में खींच लिया जिससे उसकी जान बच गई। समय सूचकता दिखाते हुए बस चालक और परिचालक के बस में खींच लेने से बाघ कुछ देर वहीं खड़ा था और बाद में वहां से निकल गया। मंगरुड से गोंविदपुर के कुछ ग्रामवासी बाइक से आए तो उनके साथ यशवंत खानदेवे साइकिल लेकर आगे निकला और बस चालक उन सभी के पीछे अपना वाहन ले जाकर विंदपुर गांव तक सुरक्षित छोड़ दिया जिससे बस चालक यशवंत के लिए भगवान के रूप में ही पहुंचा था, ऐसी चर्चा नागरिकों में हो रही थी।

Created On :   26 July 2024 1:07 PM IST

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