हत्या: चंद्रपुर में जादूटोना के संदेह में बुजुर्ग की पीट-पीट कर निर्ममतापूर्वक हत्या

चंद्रपुर में जादूटोना के संदेह में बुजुर्ग की पीट-पीट कर निर्ममतापूर्वक हत्या
  • हत्या के तीनों आरोपियों की जेल रवानगी
  • मार्च महीने में इसी गांव में हुई थी तीन लोगों की हत्या
  • पिटाई होने से जगह पर बेहोश हो गया था बुजुर्ग

डिजिटल डेस्क, नागभीड (चंद्रपुर)। जादूटोना के संदेह में एक बुजुर्ग की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई है। 3 महीने पूर्व मौशी गांव में एक पिता ने अपनी दो पुत्री और पत्नी को कुल्हाड़ी से वार कर मौत के घाट उतार दिया था। मार्च महीने की घटना को अधिक समय नहीं बीता कि 20 जून की रात 8 बजे पुन: इसी गांव के निवासी आसाराम दोनाड़कर (67) की हत्या कर दी गई है। पुलिस ने हत्या के तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर शुक्रवार को नागभीड़ न्यायालय में पेश किया, जहां से तीनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।

20 जून की रात लगभग 8 बजे आसाराम दोनाड़कर अपने घर में परिवार के साथ बैठा था। सभी लोग आगामी मानसून में खेती बाड़ी को लेकर चर्चा कर रहे थे। दौरान गांव के कुछ लोग उसके घर पर आ धमके। बताया जा रहा है कि वहां पर पहुंचे लोग दोनाड़कर पर आरोप लगा रहे थे कि वह जादू टोना करता है। जादू-टोने के संदेह में दोनाड़कर को लात-घूसों से पीटना शुरू कर दिया।

बुजुर्ग होने की वजह से पिटाई करने से दोनाड़कर बेहोश हो गया। उसे उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया किंतु डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना के आधार पर नागभीड़ के थानेदार विजय राठोड अपने दल के साथ मौशी गांव पहुंचे और तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों में संतोष जयघोष मैंद (26), श्रीकांत जयघोष मैंद (24) और रुपेश देशमुख (32) का समावेश है। शुक्रवार को गिरफ्तार तीनों आरोपियों को पुलिस ने नागभीड़ न्यायालय में पेश किया। जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। मामले की जांच थानेदार विजय राठोड कर रहे हैं।

अचानक आ धमके हमलावर : गुरुवार की रात आसाराम दोनाड़कर परिवार साथ खरीफ सीजन के किसानी की बात कर रहे थे। अचानक हमलावर उनके घर आ धमके और जादूटोना का आरोप लगाकर आसाराम को पीटना शुरू कर दिया। इसकी वजह वे बेहोश हो गया। उसे उपचार के लिए गए तो डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया है। गिरफ्तार आरोपियों को न्यायालय में पेश करने पर एमसीआर में भेज दिया है। - विजय राठोड,थानेदार नागभीड़ पुलिस स्टेशन

सभ्य समाज के लिए कलंक है यह घटना : जादू-टोना के संदेह में हत्या करना हमारे सभ्य समाज के लिए कलंक है। यह एक अंधविश्वास है कि कोई व्यक्ति जादू-टोना कर सकता। किसी के घर में किसी युवा की मृत्यु, संतानहीनता, आर्थिक तंगी और बीमार रहने की वजह से किसी मांत्रिक के पास जाते है तो वह किसी दूसरे का नाम ले लेता है। ऐसे में पहले से ही परेशान व्यक्ति निराशा में उस व्यक्ति पर हमला कर देते है और कई बार हत्या। ऐसी घटनाओं पर प्रतिबंध के लिए राज्य सरकार ने 2013 में जादूटोना विरोधी कानून लागू किया है। इसके बावजूद देश में इस प्रकार के घटनाएं सामने आती है। - यश कायरकर,तहसील संगठक,अभाअंनिस

Created On :   22 Jun 2024 7:06 PM IST

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