प्रोजेक्ट: चंद्रपुर में बनेगा 31 करोड़ रुपए की लागत से सब्जीभाजी संशोधन केंद्र

चंद्रपुर में बनेगा 31 करोड़ रुपए की लागत से सब्जीभाजी संशोधन केंद्र
कृषि महोत्सव में मिला मंजूरी का कागज

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। एकार्जुना में 31 करोड़ 90 लाख रुपए खर्च कर उच्च तकनीक युक्त सब्जीभाजी संशोधन केंद्र बनेगा, जो कि बेहद खुशी की बात है। यह विचार राज्य के वन, सांस्कृतिक व मत्स्यव्यवसाय मंत्री तथा जिले के पालकमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने व्यक्त किए। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि वन्यजीवों से फसलों को बड़े पैमाने पर नुकसान होता है। इस कारण जंगल व्याप्त गांव के किसानों को राज्य सरकार ने 90 प्रतिशत अनुदान पर बाड देने का निर्णय लिया है। चांदा क्लब ग्राउंंड में आयोजित जिला स्तरीय कृषि महोत्सव उद्घाटन कार्यक्रम में वे अध्यक्ष के रूप में बोल रहे थे। उल्लेखनीय है कि जिले के वरोरा तहसील के एकार्जुना में कपास उत्पादन संशोधन केंद्र है। यहां 23 प्रकार की कपास की प्रजाति लगाई जाती है। ऐसा ही एक संशोधन केंद्र सब्जियों के लिए हो, इस तरह का विचार गत माह एकार्जुना में हुए शास्त्रज्ञ शेतकरी संवाद कार्यक्रम में आया। इसके बाद कृषि मंत्री धनंजय मुंडे से मांग की और एक माह में ही यह मांग पूरी हुई और अब जिला स्तरीय कृषि महोत्सव में सब्जीभाजी संशोधन केंद्र की मंजूरी का कागज हाथ में आया।

इस समय मंच पर कृषि मंत्री धनंजय मुंडे, विधायक किशोर जोरगेवार, म.रा. खादी ग्रामोद्योग मंडल के सभापति रवींद्र साठे, जिलाधिकारी विनय गौडा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी विवेक जॉन्सन, बांबू बोर्ड के अध्यक्ष श्रीनिवास राव, ताड़ोबा के क्षेत्रीय संचालक जितेंद्र रामगावकर, आत्मा के प्रकल्प संचालक प्रीति हिरुलकर, जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी शंकर तोटावार आदि उपस्थित थे। मुनगंटीवार ने कहा कि, चंद्रपुर जिले में अब तकनीकी खेती, बांबू खेती, वनखेती, जंगल की सब्जी खेती ऐसे अनेक उपक्रम चलाए जाएंगे। सरकार किसानों के साथ खड़ी है। 1 रुपए में फसल बीमा देनेवाला महाराष्ट्र दुनिया का एकमात्र उदाहरण है।

प्रस्तावना जिलाधिकारी विनय गौडा ने रखी। इस समय पालकमंत्री और कृषिमंत्री धनंजय मुंडे, विधायक किशोर जोरगेवार ने कृषि महोत्सव के विविध स्टॉल का जायजा लिया। जिला स्तरीय कषि महोत्सव 5 दिन चलनेवाला है। इसमें पशुप्रदर्शनी, 6750 किलो की खिचड़ी का रिकार्ड, 43 इंच की पुंगनुर गाय, पंजीयन किए किसानों को लकी ड्रॉ द्वारा आखरी दिन आकर्षक पुरस्कार, सांस्कृतिक कार्यक्रम यह विशेष रहेगा।

शहद के गांव के रूप में जाने जाएंगे पिर्ली, मामला : इस समय बताया गया कि, चंद्रपुर जिला बाघ, सागौन, चिमूर क्रांति, कोयला, वन के लिए प्रसिद्ध है। अब पिर्ली और मामला इन दो गांवों की शहद का गांव के रूप में चयन होने से चंद्रपुर जिले में हनी क्रांति होगी।

पंजीयन करनेवाले किसानों को ही मिलेगा बोनस : चंद्रपुर जिला यह धान उत्पादक जिला है। जिले में 1 लाख 84 हजार हेक्टेयर वर धान की खेती की जाती है। राज्य सरकार ने धान को 20 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर बोनस घोषित किया परंतु पंजीकृत किसानों को ही बोनस का लाभ मिलनेवाला है।

इनका शुभारंभ हुआ : इस समय पालकमंत्री सुधीर मुनगंटीवार और कृषि मंत्री धनंजय मुंडे के हाथों बलिराजा समृद्धि मार्ग शेतपांदन रस्ते योजना का शुभारंभ, शहद के गांव के रूप में पिर्ली (तहसील भद्रावती) का उद्घाटन, मिशन जयकिसान योजना का शुभारंभ किया गया। एमआईडीसी की तर्ज पर अब एफआईडीसी का निर्माण होगा। लकड़े पर कलाकारी करनेवालों के लिए 48 करोड़ रुपए खर्च कर फर्निचर क्लस्टर तैयार किया जा रहा है।

Created On :   4 Jan 2024 10:04 AM GMT

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