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रोष: ताड़ोबा के बफर जोन में नियमों की उड़ रही धज्जियां , उत्पात मचा रही जिप्सियां !
- पर्यटन बंद करवाने की चेतावनी
- बाघ देखने के लिए जहां-तहां खड़ी कर रहे जिप्सी
- मार्ग से गुजरने वालों को परेशान करने का आरोप
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। ताड़ोबा-अंधारी बाघ प्रकल्प के बफर जोन अंतर्गत काला-पानी परिसर में सफारी दरम्यान बाघ देखने के लिए पद्मापुर-मोहर्ली इस राज्य महामार्ग 371 पर दोनों ओर पर्यटकों की जिप्सियों के कारण आना-जाना करनेवालों के मार्ग पर बाधा निर्माण होने से विवाद निर्माण हो गया। जिप्सी के गाइड ने आने जाने वाले लोगों से कहा कि, रुकीये मत, यहां सिर्फ पर्यटकों के वाहन रुक सकते हैं। इस कारण मनसे ने आम नागरिकों को परेशान करने की बात कहते हुए पर्यटन बंद करवाने की चेतावनी दे दी है।
बता दें कि, ताड़ोबा के कोर क्षेत्र में बाघिन का रास्ता रोकने की घटना की स्याही अभी सूखी नहीं थी कि गुरुवार को बफर क्षेत्र में बाघ देखने के लिए दोनों ओर जिप्सियां खड़ी कर दी। ऐसे में मनसे जिलाध्यक्ष मनदीप रोडे चंद्रपुर की ओर वापस आते समय उन्हें सभी पर्यटक जिप्सियां रास्ते के दोनों किनारे रुकी नजर आयी। एक जिप्सी पर सवार लोगों ने आने जाने वाले लोगों से कहा कि, यहां से निकलो अन्यथा 5 हजार रुपए जुर्माना भरना पड़ेगा। यह देखते हुए मनसे जिलाध्यक्ष रोडे ने जिप्सी के गाइड व चालक को फटकार लगाई। इसकी जानकारी मोहर्ली के वनपरिक्षेत्र अधिकारी थिपे को दी। यह मार्ग राज्य महामार्ग 371 है। आम नागरिकों को आना-जाना करने के लिए यह मार्ग होने के बावजूद जिप्सी चालक व गाइड आम नागरिकों के साथ ऐसा बरताव कैसे कर सकते हैं, इस पर वनपरिक्षेत्र अधिकारी थिपे ने कहा कि, उन्हें समझाया जाएगा।
क्या आम नागरिक व पर्यटकों के लिए अलग-अलग नियम :पदमापुर-मोहर्ली इस राज्य महामार्ग 371 पर ताड़ोबा-अंधारी बाघ प्रकल्प के बफर क्षेत्र में सूचना फलक लगाया गया है। जिसमें लिखा है कि, उक्त क्षेत्र आरक्षित वन होकर अतिसंवेदनशील है। इस क्षेत्र में वन्यजीवों का विचरण होता है। यहां दोपहिया, चौपहिया वाहन रोकना अथवा वाहन के नीचे उतरकर वन्यजीवों को परेशान करना भारतीय वन अधिनियम 1972 व वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के नियम का उल्लंघन है। इसके लिए जगह-जगह कोई भी पर्यटक, ग्रामीण, यात्री न रुके अथवा वाहन के नीचे न उतरे। अन्यथा भारतीय वन अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी गई है। यह नियम सिर्फ आम नागरिकों के लिए लागू होता है? ऐसा सवाल जिलाध्यक्ष रोडे ने वनअधिकारी से किया ।भले ही यह मार्ग वनक्षेत्र से जा रहा है, लेकिन आम नागरिकों को बोलने का अधिकार वनविभाग को नहीं है। पर्यटकों को छोड़कर आम नागरिकों को परेशान करना कदापि बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आगे ऐसा हुआ तो राज्य महामार्ग 371 पर जिप्सी दिखने पर ताड़ोबा- अंधारी बाघ प्रकल्प के बफर क्षेत्र का पर्यटन बंद करवाने की चेतावनी मनसे जिलाध्यक्ष रोडे ने दी।
Created On :   31 May 2024 1:51 PM IST