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Bhandara News: भंडारा के पिंपरी चुन्नी की बायीं नहर में छह माह में ही पड़ गईं दरारें
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- स्तरहीन काम होने के लग रहे आरोप
- सीमेंटीकरण के काम की जांच करने की मांग
- चांदपुर जलाशय का पानी छोड़ा जा रहा
Bhandara News किसानों के खेत परिसर में जल्द गति से चांदपुर जलाशय का पानी पहुंचाने के लिए बायी नहर का सीमेंटीकरण किया गया। अंतिम छोर पर बसे पिंपरी चुन्नी खेत परिसर से जानेवाली बायी नहर का 6 महीने के पूर्व सीमेंटीकरण किया गया। किंतु यह काम घटिया दर्जे का होने से खरीफ मौसम के लिए पहली बार ही निकासी किए गए पानी से सीमेंटीकरण में दरारें पड़ गई है। किसानों के खेत में पानी कैसे पहुंचेगा? ऐसा सवाल किसानों द्वारा उपस्थित किया जा रहा है। किए गए सीमेंटीकरण के काम की जांच करने की मांग की जा रही है।
खरीफ और रबी मौसम में किसानों के खेत में सिंचाई करने के लिए चांदपुर जलाशय का पानी छोड़ा जा रहा है। बायी और दायी इन मुख्य नहरों में पानी छोड़ने के पश्चात नहर के माध्यम से खेत में सिंचाई की जाती है। नहर में झाड़ियां बढ़ने से पानी के बहाव की गति कम होती है, जिससे खेत परिसर में पानी नहीं पहुंचता। इस परिसर के किसान का सिंचाई विभाग के साथ करारनामा होने से पानी वितरण की जिम्मेदारी भी इसी विभाग पर है। सीमेंटीकरण करने से झाड़ियां नहीं बढ़ती। पानी के बहाव में भी गति मिलती है।
सीमेंटीकरण के काम के लिए करोड़ों रुपए की निधि मंजूर की जा रही है। किसानों को सिंचाई की सुविधा उपलब्ध करने के लिए करोड़ों रुपए की निधि दी जाती है, ऐसा होते हुए भी प्रणाली द्वारा निधि का दुरुपयोग किया जा रहा है। मुख्य बायी नहर के पिंपरी चुन्नी परिसर में नहर का सीमेंटीकरण विगत 6 महीने पूर्व किया गया। इस नहर में पहली बार खरीफ मौसम के लिए चांदपुर जलाशय का पानी छोड़ा गया है। पहली बार ही छोड़े गए पानी से सीमेंटीकरण में दरारें पड़ गई है। नहर में सीमेंटीकरण का काम घटिया दर्जे का किया गया है। अंतिम छोर के खेत में पानी पहुंचाने का प्रयास असफल हुआ है। नहर का सीमेंटीकरण होने के पश्चात गुणवत्ता की जांच नहीं की जाती। अनेक नहरों में गड्ढे पड़ गए हैं।
Created On :   29 Nov 2024 5:21 PM IST