Bhandara News: भंडारा जिले में की गई 71 हजार 174 हेक्टेयर में धान की रोपाई

भंडारा जिले में की गई 71 हजार 174 हेक्टेयर में धान की रोपाई
  • कम दबाव की बिजली सप्लाय होने से सिंचाई नहीं हो पा रही
  • किसान अब सिंचाई के लिए हो रहे परेशान

Bhandara News जिले में किसानों ने ग्रीष्मकालीन धान फसल लगाने की तैयारी पूर्ण की है। लेकिन अनियमित बिजली आपूर्ति के चलते किसानों को परेशानी हो रही है। अनेक किसान कुएं से बिजली पंप के सहारे सिंचाई करते हैं। वहीं अलग अलग सिंचाई प्रकल्पों से सिंचाई के जल वितरण में देरी करने से किसानों का नियोजन बिगड़ रहा है। ग्रीष्मकालीन धान फसल की समय पर रोपाई नहीं हुई तो उपज बुरी तरह से प्रभावित होगी। किसानों द्वारा सिंचाई प्रकल्प से तत्काल पानी छोड़ने की मांग होने लगी है। जिले में रबी मौसम में 71 हजार 174 हेक्टेयर में अलग अलग फसलों की रोपाई की जा रही है।

गेंहू, चना, मक्का, लाखोड़ी फसल की रोपाई हो चुकी है। वहीं जिले में ग्रीष्मकालिन धान फसल भी लगाई जाती है। सिंचाई के अभाव में धान की रोपाई रोपाई बाधित होने लगी है। महावितरण विभाग द्वारा कम दबाव के बिजली आपूर्ति व अनियमित बिजली आपूर्ति से सिंचाई नियमित नहीं हो रही है। इस वर्ष जिले में 71 हजार 174 हेक्टेयर में रबी मौसम की फसलें लगाई जा रही है। इसमें भंडारा तहसील में नौ हजार 369 हेक्टेयर, मोहाडी तहसील में 11 हजार 855 हेक्टेयर, तुमसर तहसील में तीन हजार 663, पवनी तहसील में 18 हजार 238, साकोली तहसील में तीन हजार 695, लाखनी में छह हजार 152, लाखांदुर तहसील में 18 हजार 201 हेक्टेयर में फसलें लगाई जाएगी। रबी मौसम में अनाज, सब्जी, मसाले से जुड़ी फसले लगाई गई है।

अनाज में गेहूं 12 हजार 321, ज्वार 15 हेक्टेर, मका दो हजार 134, कृषि योग्य अन्य फसल 18 हेक्टेयर ऐसे कुल 14 हजार 488 हेक्टेयर में फसल लगाई गई। इसी तरह से सुखे अनाज में चना 16 हजार 478 हेक्टेयर, लाख – लाखोडी छह हजार 954 हेक्टेयर, उड़द तीन हजार 899 हेक्टेयर, मूंग 4 हजार 424 हेक्टेयर, वटाना आठ हजार 305 हेक्टेयर, पोपट 817 हेक्टेर, मसूर एक हजार 895 हेक्टेयर ऐसे कुल 43 हबजार 908 हेक्टेयर में लगाया जा रहा है। करडई बिज फसल 113 हेक्टेयर, जवस 520 हेक्टेयर, सरसों एक हजार 382 हेक्टेयर, सोयाबीन एक हजार 317 हेक्टेयर, मूगफली 33 हेक्टेयर ऐसे कुल तीन हजार 389 हेक्टेयर तथा सब्जी चार हजार 39 हेक्टेयर, मसाला फसल दो हजार 613, गन्ना नौ हजार 446 तथा अन्य फसल मिलाकर 71 हजार 174 हेक्टेयर में रबी फसल लगाई गई है।

सिंचाई में कई चुनौतियां : रबी मौसम में जिले में कुछ प्रकल्पों से सिंचाई नहीं हो पाती है। जिले के कुछ हिस्सों में जल संकट निर्माण हो जाता है। मुख्यत: किसान कृषिपंप तथा तालाब पर निर्भर रहते है। दूसरी ओर कृषि विभाग मार्गदर्शन के अनुसार किसान सिंचाई का योग्य नियोजन कर रहे है। पानी के नियोजन के आधार पर जिले में जल वितरण की कार्रवाई शुरू की है। रबी फसल की स्थिति योग्य है। इस मौसम में अच्छी उपज हाथ आने की संभावना है।

Created On :   8 Feb 2025 5:37 PM IST

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