Bhandara News: भंडारा आयुध फैक्ट्री में विस्फोट, शवों के साथ चार कर्मचारी यूनियनों का गेट पर प्रदर्शन

  • सीजीएम पर गैरइरादतन हत्या का मामला दर्ज करें
  • एक करोड़ रुपए व परिवार के सदस्य को नौकरी देने की मांग
  • पुलिस प्रशासन, सुरक्षा दल रहा तैनात

‌Bhandara News आयुध निर्माणी के लो टेंपरेचर प्लास्टिक एक्पोजर (एलटीपी) 23 इमारत में विस्पोट में मारे गए आठ में से छह कर्मचारियों के शवों के साथ कंपनी के गेट पर जमकर प्रदर्शन किया गया। शनिवार सुबह से कर्मचारियों के चार यूनियनों ने कंपनी के सीजीएम के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अपनी मांगे रखी। इससे परिसर में दिन भर तनाव बना रहा। सीजीएम सुनील सप्रे पर गैरइरादतन हत्या का मामला दर्ज करने, मृतक के परिवारों को एक करोड़ मुआवजा व परिवार के सदस्य को नौकरी देने तथा घायलों का संपूर्ण इलाज करने और मुआवजा देने की मांग रखी गई। लिखित आश्वासन के बाद कर्मचारी यूनियन शांत हुई। शवों का अंतिम संस्कार किया गया।

शुक्रवार 25 जनवरी को आयुध निर्माणी में हुए विस्पोट के बाद दूसरे दिन शनिवार को इंटक, आल इंडिया डिफेंन्स एम्पाईल फेडरेशन (एआईडीईएफ रेड), भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस), डेमोक्रेटिक मजदूर यूनियन (डी 2) के पदाधिकारियों के नेतृत्व आयुध निर्माणी के मुख्य गेट पर लगभग 500 कर्मचारियों द्वारा विविध मांगों के लिए प्रदर्शन किया गया। इन प्रदर्शकारियों ने सुबह लगभग 11 बजे से अपनी मांगे रखी। इस दौरान कंपनी के सीजीएम सुनील सप्रे के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। महिला प्रदर्शनकारियों ने भी इसमें हिस्सा लिया। सीजीएम सप्रे को बाहर निकालो के नारे लगे।

मृतक के परिजनों को नियमों के परे जाकर एक करोड़ रुपए के मुआवजे की मांग की गई। लेकिन आयुध निर्माणी के वरिष्ठ अधिकारियों ने चर्चा दौरान युनियन के लोगों को ऐसा प्रस्ताव वरिष्ठ स्तर पर भेजने का आश्वासन दिया। साथ ही आठ में से सात कर्मचारियों को केंद्र सरकार द्वारा 25 लाख तथा आयुध निर्माणी के मुनाफे में से 25 लाख रुपए की सहायता व परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का लिखित आश्वासन दिया। आम तौर पर ड्यूटी के दौरान मृत्यु होने पर मृतक को 25 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाता है। इन्हे मुख्यमंत्री सहायता राशि के पांच लाख अलग से दिए जाएंगे। वहीं अप्रेंटिस वाले मृतक युवक अंकित बारई के परिवार को आयुध निर्माणी अपने मुनाफे से 25 लाख रुपए देगी तथा मुख्यमंत्री सहायता निधि से पांच लाख की राशि दी जाएगी। लगभग शाम 4.30 बजे मांगे पूर्ण होने के पश्चात मृतक कर्मचारियों के शवों को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया।

रात को सीजीएम के निवासस्थान के सामने भी प्रदर्शन : अप्रेंटिस वाले छात्रों तथा आयुध निर्माणी कर्मचारियों ने सीजीएम के निवासस्थान के सामने प्रदर्शन किया। इस मौके पर डायरेक्टर राकेश ओझा, सीएमडी प्रकाश अग्रवाला ने प्रदर्शनकारियों से चर्चा की। सुबह फिर से प्रदर्शन शुरू हुआ।

केंद्र सरकार की गलत नीति के चलते हुआ हादसा : आयुध निर्माणी में जहां विस्फोटक बनते हैं वहा पर एक वर्ष में दूसरा बड़ा हादसा हुआ है। केंद्र सरकार ने निजीकरण को बढ़ावा देकर उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया है। जहां 400 मीट्रिक टन उत्पादन होता था वहां पर एक हजार मीट्रिक टन उत्पादन किया जा रहा है। कम कर्मचारियों में काम किया जा रहा है। नियम के अनुसार 20 वर्षों के बाद नई मशीन लगानी चाहिए थी। नए कर्मचारी नियुक्त नहीं किए जा रहे हैं। केंद्र सरकार की गलत नीति के चलते यहां विस्फोट हुआ है। विस्फोट की घटना से सावरी गांव का बड़ा नुकसान हुआ। छोटे बच्चों पर घटना का प्रभाव पड़ा। मृतक के परिवारों को एक करोड़ रुपए मुआवजा दें। दोषी सीजीएम को पदमुक्त करें। - नाना पटोले, - कांग्रेस, प्रदेशाध्यक्ष

घायलों से मिले पालकमंत्री संजय सावकारे : पालकमंत्री संजय सावकारे ने आयुध निर्माणी में भेट दी। वह घायलों से मिलने भंडारा के लक्ष्य हास्पीटल में पहुचे। इस समय उनके साथ पूर्व सांसद सुनिल मेंढे, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रकाश बालबुधे उपस्थित थे। डा. गोपाल व्यास ने घायलों के हालत की जानकारी दी।

निर्माणी में प्रोडक्शन रहा बंद : हादसे के दूसरे दिन निर्माणी में प्रोडक्शन का काम बंद रखा गया। कंपनी के सभी युनिट बंद रहे। कर्मचारी प्रदर्शन में शामिल हुए।

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  • 25 Jan 2025 8:05 PM IST

    शवों का सामूहिक अंतिम संस्कार

    आयुध निर्माणी के लो टेंपरेचर प्लास्टिक एक्पोजर (एलटीपी) 23 इमारत में विस्पोट में मारे गए आठ में से छह कर्मचारियों के शवों के साथ कंपनी के गेट पर जमकर प्रदर्शन किया गया। शनिवार सुबह से कर्मचारियों के चार यूनियनों ने कंपनी के सीजीएम के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अपनी मांगे रखी। इससे परिसर में दिन भर तनाव बना रहा। सीजीएम सुनील सप्रे पर गैरइरादतन हत्या का मामला दर्ज करने, मृतक के परिवारों को एक करोड़ मुआवजा व परिवार के सदस्य को नौकरी देने तथा घायलों का संपूर्ण इलाज करने और मुआवजा देने की मांग रखी गई। लिखित आश्वासन के बाद कर्मचारी यूनियन शांत हुई। शवों का अंतिम संस्कार किया गया।

Created On :   25 Jan 2025 7:59 PM IST

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