अजब-गजब: कम हो जाएगी ताजमहल की खूबसूरती, बेशकीमती संगमरमर की दीवारों का बदल रहा रंग, जानिए आखिर क्यों हो रहा ऐसा?
- भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की टीम कर रही अध्ययन
- साल-दर-साल बदल रहा रंग
- कीड़ों के चलते सफेद से हरी हो रहीं दीवारें
डिजिटल डेस्क, भोपाल। दुनिया के सात अजूबों में शामिल ताजमहल की खूबसूरती अतुल्यनीय है। यहां हर साल देश-विदेश से हजारों-लाखों लोग इसकी सुंदरता को निहारने आते हैं। चांद की रोशनी में तो इस संगमरमर से निर्मित इमारत की खूबसूरती कई गुना बढ़ जाती है। हालांकि यह इस ऐतिहासिक इमारत की खूबसूरती आने वाले दिनों में ज्यादा समय तक नहीं रह पाएगी। दरअसल, मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि ताजमहल का रंग जल्द ही बदल जाएगा।
कई लोग ताजमहल के इस बदलते रंग को चमत्कार भी समझ रहे हैं। लेकिन यह कोई चमत्कार नहीं है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण यानी एएसआई ने ताजमहल के बदलते रंग पर चिंता व्यक्त की है। एएसआई की टीम ने बताया कि प्रदूषण की वजह से पहले ही ताजमहल को बहुत नुकसान हो रहा था साथ ही अब इन दीवारों पर एक कीड़ा पाया गया है जिस वजह से इसका रंग सफेद से हरा होने लगा है।
इस वजह से बदल रहा रंग
ताजमहल कैंपस में रिसर्च करने गई एएसआई की टीम ने पाया कि इस इमारत को यहां पाए जाने वाले छोटे-छोटे कीड़ों से खतरा है। ये कीड़े संगमरमर पर रंग बदल रहे हैं, जिस वजह से इन दीवारों के कुछ हिस्सों का रंग सफेद से बदलकर हरा होता जा रहा है। बता दें कि इस विषय की जानकारी पुरातत्व सर्वेक्षण की टीम को आज से 8 साल पहले मिली थी, जिसके बाद से टीम द्वारा इन कीड़ों से इमारत को बचाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
गोल्डी काइरोनॉमस कीड़े बने मुसीबत
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इन कीड़ों को गोल्डी काइरोनॉमस कहा जाता है और यह गंदे पानी में पनपते हैं। इनकी सबसे बड़ी विशेषता यह है कि प्रदूषित पानी में यह बहुत तेजी से पनपते हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि इन कीड़ों की मादा प्रजाति एक बार में एक हजार से ज्यादा अंडे देती है। इन कीड़ों के मल से ताजमहल की दीवारें और छत सफेद से हरे रंग में बदल रही हैं।
एएसआई अधीक्षक आगरा ने मीडिया से कहा कि हमारी टीम इन कीड़ों पर लगातार रिसर्च कर रही है। इन्हें खत्म करने में 8 महीने से लेकर 1 साल तक का समय लग सकता है। हमारी रिसर्च में पाया गया है कि इन कीड़ों की वृद्धि तापमान पर काफी निर्भर करती है। रिसर्च के मुताबिक यह कीड़े 28 से 35 डिग्री सेल्सियस तापमान में तेजी से वृद्धि करते हैं। इनकी प्रजनन दर को कम करने के लिए एएसआई द्वारा खास दवाईयों का छिंड़काव किया जा रहा है।
बता दें कि ताजमहल के रंग में बदलाव पर सुप्रीम कोर्ट भी चिंता व्यक्त कर चुका है। कोर्ट ने साल 2018 में इसकी देखरेख को लेकर सरकार व स्थानीय प्रशासन को फटकार भी लगाई थी। साथ ही इस ऐतिहासिक और विश्व प्रसिद्ध इमारत की देखरेख को लेकर गंभीरता बरतने का सलाह भी दी थी।
Created On :   4 Dec 2023 5:49 PM IST