आधी आबादी को नकार कर सशक्त नहीं हो सकता कोई समाज : सीएम योगी

आधी आबादी को नकार कर सशक्त नहीं हो सकता कोई समाज : सीएम योगी
Gorakhpur: Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath with BJP MP Ravi Kishan and others at the mass marriage ceremony organized under 'Chief Minister's Collective Marriage Scheme' in Gorakhpur,on Thursday, June 22,2023. (Photo:IANS/Twitter)
डिजिटल डेस्क, गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आधी आबादी को नकार कर कोई भी समाज सशक्त नहीं हो सकता। आधी आबादी के सशक्तिकरण के बिना विकास की अवधारणा असंभव है। समाज को सशक्त करने के लिए महिलाओं के प्रति अत्याचार को रोकना होगा, सशक्तिकरण के कदम उठाने होंगे। इसे समझते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में डबल इंजन की सरकार नारी गरिमा की रक्षा व सशक्तिकरण के लिए मिशन मोड में काम कर रही है।

मुख्यमंत्री योगी गुरुवार को चंपा देवी पार्क मैदान में डेढ़ हजार जोड़ों के मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दहेज की सामाजिक कुप्रथा के खिलाफ सामूहिक विवाह योजना एक सकारात्मक अभियान है। दहेज एक सामाजिक कुरीति है और दहेज मुक्त विवाह के अभियान में पूरे समाज को खड़ा होना चाहिए। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत वर्ष 2017 से अब तक दो लाख से अधिक शादियां करा चुकी है। 2017 के पूर्व प्रति जोड़े विवाह पर 31 हजार रुपये खर्च किए जाते थे बाद में इसे बढ़ाकर 51 हजार रुपये कर दिया गया है। डबल इंजन की सरकार का यह सामूहिकता का प्रयास है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हर बेटी, बहन के लिए सुरक्षा के वातावरण में पढ़ाई, रोजगार और सम्मान देने के कार्य पूरी प्रतिबद्धता से चलाए जा रहे हैं। प्रदेश में कन्या के जन्म से लेकर स्नातक की पढ़ाई के लिए मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना चलाई जा रही है तो महिलाओं की सुरक्षा के लिए पूरे प्रदेश में मिशन शक्ति अभियान चलाया जा रहा है। कन्या की स्नातक की पढ़ाई के बाद उसकी शादी के लिए भी किसी को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है, इसके लिए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना है। यह गांव की बेटी, सबकी बेटी की भावना के अनुरूप है। सीएम योगी ने महिला कल्याण के क्षेत्र में सरकार की बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, मातृ वंदना आदि योजनाओं का भी जिक्र किया।

सीएम योगी ने कहा कि बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए उनकी सरकार ने पुलिस में 20 प्रतिशत महिलाओं की भर्ती को अनिवार्य कर दिया है। 1947 से लेकर 2017 तक यूपी पुलिस में महिला कार्मिकों की संख्या दस हजार थी, आज यह संख्या चालीस हजार है। 2017 के बाद महज छह वर्षों में यह संख्या चार गुना हो गई है। इस तरह के अभियान को गति देते हुए गोरखपुर में पीएसी की महिला बटालियन की स्थापना के कार्य को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है।


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Created On :   22 Jun 2023 5:03 PM GMT

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