नसबंदी से नियंत्रण: आवारा श्वानों का आतंक, नपा ने सालों बाद शुरु कराई नसबंदी

आवारा श्वानों का आतंक, नपा ने सालों बाद शुरु कराई नसबंदी
  • पहली बार निजी संस्था के माध्यम नसबंदी का हो रहा काम
  • कई लोगों को निशाना बना चुके ,करीब 50 श्वानों की नसबंदी
  • एक श्वान की नसबंदी पर 110 रुपए का भुगतान

डिजिटल डेस्क, सिवनी। शहर में आवारा श्वानों का आतंक फिर बढ़ गया है। चौक चौराहों से लेकर गलियों में श्वानों का झुंड घूमता देखा जा सकता है। इधर नगर पालिका ने सालों बाद श्वानों की आबादी को कंट्रोल करने के लिए नसबंदी का काम शुरु किया है। पहली बार नसबंदी किसी निजी संस्था के माध्यम से कराई जा रही है। अभी तक करीब 50 श्वानों की नसबंदी कराई जा चुकी है।

बंद पड़े स्कूल में काम

जानकारी के अनुसार किदवई वार्ड के बंद पड़े सरकारी स्कूल में श्वानों की नसबंदी का काम हो रहा है। यहां पर एनिमल वेल्फेयर संस्था के डॉक्टर नसबंदी कराकर श्वानों को एक या दो दिन के लिए कमरे में रख देते हैं। इसके बाद उन्हें छोड़ दिया जाता है। खास बात यह है कि नगर पालिका श्वानों को पकडक़र उन्हें संस्था को सौंपती हैं। करीब एक पखवाड़े से यह काम जारी है। पालिका एक श्वान की नसबंदी पर 110 रुपए का भुगतान करेगी।

कई लोगों को निशाना बना चुके

आवारा श्वानों ने शहर में कई लोगों को अपना निशाना बना चुके हैं। हालांकि इसमें किसी की मौत नहीं हुई लेकिन श्वानों के काटने के बाद लोग आज भी परेशान हैं। कुछ साल पूर्व एक आवारा श्वान ने जज को काट लिया था। इसके बाद नगर पालिका हरकत में आई थी। इसके अलावा कोतवाली के पूर्व थाना प्रभारी को भी श्वान ने काट लिया था।

इनका कहना है

आवारा श्वानों के कारण लोगों की शिकायतें लगातार आ रही हैं। श्वानों की नसबंदी निजी संस्था से कराई जा रही है। इससे काफी हद तक समस्या दूर हो जाएगी।

आरके कुवेर्ती, सीएमओ, नगर पालिका, सिवनी

Created On :   27 Aug 2024 4:35 AM GMT

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