मध्यप्रदेश: मध्यप्रदेश के पीयूष तिवारी बने भारत कॉमनवेल्थ ट्रेड काउंसिल के ट्रेड कमिश्नर, सीएम मोहन यादव ने सौंपा नियुक्ति पत्र
- पीयूष तिवारी का ट्रेड कमिश्नर नियुक्त होना गर्व का विषय
- मध्य प्रदेश में हैं उद्योग और व्यापार वाणिज्य की अनुकूलतायें
- विश्व के अनेक देश करेंगे मध्य प्रदेश में निवेश
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि भारत आज विश्व के अनेक देशों का मार्गदर्शक, सहयोगी और लोकप्रिय मित्र राष्ट्र है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूरे विश्व में भारत की गरिमा बढ़ाने का कार्य किया है। आज भारत अर्थव्यवस्था की दृष्टि से महत्वपूर्ण और शक्तिशाली देश है, जहां वर्ष 2014 में भारत 11वें क्रम में था। अब प्रधानमंत्री मोदी के सक्षम नेतृत्व में 5वीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। वर्ष 2026 तक भारत विश्व की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव शुक्रवार को अंतर्राष्ट्रीय सहिष्णुता दिवस पर भारत कॉमनवेल्थ ट्रेड काउंसिल के ट्रेड कमिश्नर के शपथ ग्रहण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ट्रेड कमिश्नर के रूप में पीयूष तिवारी की नियुक्ति मध्यप्रदेश के लिए गर्व का विषय है। कार्यक्रम में कई कॉमनवेल्थ राष्ट्रों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। इन देशों में ऑस्ट्रेलिया, नामीबिया, यूनाइटेड किंगडम, मलावी, समोआ शामिल हैं। इन देशों के राजदूत और म्यांमार, तुर्की, मोरक्को, अल्जीरिया और युगांडा जैसे देशों के प्रतिनिधि भी कार्यक्रम में शामिल हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने श्री पीयूष तिवारी को ट्रेड कमिश्नर का नियुक्ति पत्र प्रदान किया और इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के लिए प्रदेश के नागरिकों की ओर से बधाई दी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आशा व्यक्त की कि तिवारी के पद पर नियुक्त होने से कॉमनवेल्थ देशों के साथ व्यापारिक संबंधों को नई दिशा मिलेगी। संयुक्त राष्ट्र विश्व सहिष्णुता दिवस के कार्यक्रम में आए विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों ने तिवारी को दिए गए दायित्व के लिए बधाई दी।
मध्यप्रदेश है उद्योगों के लिए अनुकूल
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ब्रिटेन जैसे देश जिन्होंने कभी भारत पर राज किया था, आज हमारे पीछे खड़े हैं। इसके पीछे भारतीयों की मेधा, हमारा स्वावलंबन, हमारे संसाधन और मोदी का सक्षम नेतृत्व शामिल है। मध्यप्रदेश में विश्व के अनेक राष्ट्रों से व्यापार, वाणिज्य और उद्योग क्षेत्र में कार्य के प्रस्ताव मिल रहे हैं। मध्यप्रदेश न सिर्फ उद्योग और व्यापार बल्कि संस्कृति, खनिज, विमानन, पर्यटन जैसे क्षेत्रों में अनुकूल है और इन क्षेत्रों में श्रेष्ठ कार्य की संभावनाओं को समेटे हुए है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि यदि मन के भाव अच्छे हों, नागरिक श्रेष्ठ हों, अपराध न्यूनतम हो तो वह श्रेष्ठ राज्य कहलाता है। वर्ष 2004 तक मध्यप्रदेश में पांच या छह मेडिकल कॉलेज ही थे, वर्तमान में इनकी संख्या 20 हो गई है। पीपीपी मॉडल पर एक वर्ष में 12 नए मेडिकल कॉलेज प्रारंभ होंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भारत कॉमनवेल्थ के राष्ट्रों में सूर्य की भांति चमककर शोभायमान है। काल के प्रवाह में ऐसा हुआ कि हमारे राष्ट्र को परतंत्रता का दौर भी देखना पड़ा। हमारा देश सीने में कई दर्द दफन करके रखता है। पारसी समुदाय को यदि भारत में सम्मान से स्थान मिला, तो यह भारत की सहिष्णुता का ही प्रमाण है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आज गुरूनानक देव जी की जयंती है, जिन्होंने तत्कालीन कुप्रथाओं को हटाया और सर्वमान्य बनें। आज के दौर में भारत विभिन्न क्षेत्रों में नेतृत्वकारी भूमिका निभा रहा है। कोविड का दौर देखें तो देश के करोड़ों लोगों को नि:शुल्क वैक्सीन देकर उनकी जिंदगी बचाने के साथ ही अनेक राष्ट्रों को भी वैक्सीन प्रदाय की गई। इन कारणों से अनेक देशों के प्रमुख प्रधानमंत्री मोदी जी के चरण स्पर्श कर उन्हें सम्मान देते हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पाकिस्तान सहित अनेक राष्ट्र भारत की प्रशंसा करते हैं। भारत की विश्व बंधुत्व की भावना और देश में हो रही प्रगति को देखकर कई देश आश्चर्य भी करते हैं। भारत में व्यापक स्तर पर डिजिटल लेन-देन हो रहा, जो अनेक राष्ट्रों को चकित करता है। भारत ने अपनी उपयोगिता सिद्ध की है। कोई आश्चर्य नहीं कि भारत आने वाले समय में अनेक क्षेत्रों में नंबर एक पर हो और स्वामी विवेकानंद जी की यह उक्ति सत्य सिद्ध हो कि 21वीं सदी भारत की होगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश का बजट आने वाले चार वर्ष में दोगना हो जाएगा। मध्यप्रदेश विकास के लक्ष्यों को जल्द से जल्द प्राप्त करने का प्रयास करेगा।
भारत कॉमनवेल्थ ट्रेड काउंसिल के ट्रेड कमिश्नर पीयूष तिवारी ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री डॉ. यादव के कुशल नेतृत्व में सरकारों का संचालन हो रहा है। तिवारी ने बताया कि यूनेस्को द्वारा वर्ष 1995 में सहिष्णुता विषयक जागरूकता प्रयासों को गति दी गई थी। प्रत्येक दिन सहिष्णुता का भाव महत्व रखता है, लेकिन सहिष्णुता दिवस का आयोजन इस महत्व को बढ़ाने का कार्य करता है। नीति आयोग द्वारा भी कॉमनवेल्थ के प्रमुख सदस्य भारत में सहिष्णुता वृद्धि के प्रयासों में सहयोग दिया जा रहा है। कार्यक्रम में सांसद मेहन्द्र सिंह सोलंकी उपस्थिति थे।
Created On :   16 Nov 2024 1:12 AM IST