World Earth Day: विश्व पृथ्वी दिवस पर एनएसएस के एक दिवसीय शिविर का हुआ आयोजन

विश्व पृथ्वी दिवस पर एनएसएस के एक दिवसीय शिविर का हुआ आयोजन
  • श्रमदान के साथ ही जल संरक्षण के उपायों पर हुआ बौद्धिक विमर्श
  • युवाओं ने पंछियों के लिए रखे पानी के सकोरे
  • जैविक खेती एवं नदियों के संरक्षण हेतु युवाओं को आना होगा आगे- आर के पालीवाल
  • जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए गांधी विचारों को अपनाने की है आवश्यकता - लक्ष्मण गोले

भोपाल। विश्व पृथ्वी दिवस के उपलक्ष्य में रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई, सीवी रमन विज्ञान संचार केंद्र तथा विज्ञान विभाग द्वारा गांधी ग्राम सेवा समिति एवं यूथ फॉर सेवा भोपाल चेप्टर के सहयोग से एक दिवसीय विशेष शिविर का आयोजन चार मंडली गांव में किया गया। इस शिविर में विश्वविद्यालय के लगभग 50 स्वयंसेवकों ने सहभागिता करते हुए श्रमदान तथा बौद्धिक विमर्श में हिस्सा लिया। शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में भूतपूर्व प्रिंसिपल चीफ कमिश्नर इनकमटैक्स आर के पालीवाल एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में सर्वोदय कार्यकर्ता लक्ष्मण गोले पधारे।

इस अवसर पर युवाओं को संबोधित करते हुए पालीवाल ने कहा कि वर्तमान में हर कोई अंधे विकास की दौड़ में प्रकृति एवं पर्यावरण के विनाश पर उतर आया है। जहां देखो वहां पेड़ों को काटा जा रहा है, नदियों को कारखानों के जहरीले कचरे से दूषित किया जा रहा है तथा रासायनिक खेती की सिंचाई के लिए भूगर्भीय जल का भी अत्यधिक दोहन किया जा रहा है। यही कारण है कि आज बेतवा जैसी नदियां सूख रही हैं। एक नदी न जाने कितने मनुष्यों, जीव जंतुओं और वन्य प्राणियों की जीवनरेखा होती है। मगर आज वे विनाश के कगार पर हैं। यदि हम चाहते हैं कि नदियों को, प्रकृति पर्यावरण को विनाश से बचाया जाए तो आज युवा पीढ़ी को आगे आना होगा। युवाओं को सोशल मीडिया व आधुनिकता की चकाचौंध से दूर होकर सादा जीवन उच्च विचार के मार्ग का अनुसरण करना होगा। वहीं शिविर के विशिष्ट अतिथि लक्ष्मण गोले ने अपने जीवन परिवर्तन की प्रेरणादायक कहानी बताते हुए युवाओं को हमेशा सत्य और अहिंसा पर डंटे रहने का संदेश दिया। इस अवसर पर विज्ञान विभाग की डीन डॉ पूर्वी भारद्वाज, विज्ञान संचार केंद्र की डॉ प्रीति...

व यूथ फॉर सेवा के अतर साहू ने भी संबोधित किया। बौद्धिक विमर्श का संचालन कार्यक्रम अधिकारी गब्बर सिंह ने व आभार डॉ रेखा गुप्ता ने किया। बौद्धिक विमर्श उपरांत शिविरार्थी युवाओं ने बेतवा के उद्गम स्थल झिरी का भी भ्रमण किया तथा उसके संरक्षण के उपायों पर चर्चा की।

शिविर में मुख्य भूमिका दलनायक अविनाश कुमार, दानिश अशरफ, जमशेद आलम, प्रतिभा मैथिल, सत्यम कुमार, नितिन अहिरवार, शुभम माइकल इत्यादि की रही।

Created On :   25 April 2025 4:03 PM IST

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