QUAD Summit 2024: अमेरिका पहुंचे पीएम मोदी, फिलाडेल्फिया एयरपोर्ट पर हुआ भव्य स्वागत, बाइडेन से मुलाकात के पहले फूटा खालिस्तानी समर्थकों का गुस्सा
- तीन दिन के आधिकारिक दौरे पर अमेरिका पहुंचे पीएम मोदी
- क्वाड की बैठक में होंगे शामिल
- पीएम मोदी के पहुंचने से पहले व्हाइट हाउस में हुई खालिस्तानी समर्थकों की मीटिंग
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 से 23 सितंबर तक तीन दिवसीय आधिकारिक दौरे पर अमेरिका पहुंच गए हैं। इस बार पीएम मोदी भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान के ग्रुप 'द क्वाड्रिलैटरल सिक्योरिटी डायलॉग' क्वाड के शिखर सम्मेलन में शिरकत होने के लिए अमेरिका पहुंचे हैं। अमेरिका के फिलाडेल्फिया एयरपोर्ट पर पीएम मोदी का भव्य स्वागत किया गया। लेकिन पीएम मोदी के अमेरिका पहुंचने से महज कुछ घंटे पहले व्हाइट हाउस ने खालिस्तानी समर्थक सिखों के एक ग्रुप से मुलाकात की। बातचीत के दौरान व्हाइट हाउस की ओर से उन्हें "अपनी धरती पर किसी भी अंतरराष्ट्रीय आक्रमण से सुरक्षा" का आश्वासन दिया गया।
व्हाइट हाउस ने कहा, "अमेरिकी नागरिकों को देश के अंदर किसी भी तरह के नुकसान से बचाने के लिए हम उनके साथ खड़े हैं। यह घटनाएं ऐसे समय सामने आई हैं जब कनाडा और अमेरिका खालिस्तानी अलगाववादियों को शरण दे रहे हैं।"
आपको बता दें, खालिस्तानी सपोटर्स भारत में पूरी तरह बैन हैं। इनमें से कई संगठनों के नाम पिछले कुछ दशकों में हुई आतंकवादी गतिविधियों जुड़े हैं। वहीं, अमेरिका ने इन्हें पनाह देने पर अब तक कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है। दूसरी ओर कनाडा ने इसे 'फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन' नाम दिया है।
मामले पर भारतीय विदेश मंत्री के बयान
इस मामले पर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, "भारत अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सम्मान करता है और उसका पालन करता है, लेकिन अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मतलब अलगाववाद का समर्थन करने की स्वतंत्रता नहीं है। इसका मतलब विदेशी राजनयिकों को धमकाने या हिंसा की वकालत करने वाले तत्वों को राजनीतिक स्थान देने की स्वतंत्रता नहीं है।" उन्होंने आगे कहा, "किसी भी नियम-आधारित समाज में, आप सोचेंगे कि आप लोगों के बैकग्राउंड की जांच करेंगे, वे कैसे आए, उनके पास कौन सा पासपोर्ट था आदि।"
विदेश मंत्री ने कहा था, "अगर आपके पास ऐसे लोग हैं जिनकी मौजूदगी खुद बहुत संदिग्ध दस्तावेजों पर दर्ज है तो यह आपके बारे में क्या कहता है? यह वास्तव में कहता है कि आपका वोट बैंक वास्तव में आपके कानून के शासन से ज्यादा शक्तिशाली है।"
व्हाइट हाउस के परिसर में आयोजित की गई थी बैठक
खालिस्तानी सपोटर्स के साथ यह बैठक व्हाइट हाउस के परिसर में आयोजित की गई थी। इस मीटिंग में अमेरिकन सिख कॉकस कमेटी के प्रीतपाल सिंह और सिख गठबंधन और सिख अमेरिकन लीगल डिफेंस एंड एजुकेशन फंड के प्रतिनिधि सम्मिलित थे। इस दौरान अमेरिकन सिख कॉकस कमेटी के संस्थापक प्रीतपाल सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "कल हमें सिख अमेरिकियों की जान बचाने और हमारे समुदाय की सुरक्षा में सतर्कता बरतने के लिए वरिष्ठ संघीय सरकारी अधिकारियों को धन्यवाद देने का मौका मिला। हमने उनसे और अधिक करने को कहा, और हम उनके इस आश्वासन पर कायम रहेंगे कि वे ऐसा करेंगे।"
Created On :   21 Sept 2024 8:02 PM IST