RSS On Bangladesh: बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर आरएसएस का बयान आया सामने, हिंदुओं से एकजुट रहने की अपील

- बांग्लादेश से जुड़ा प्रस्ताव हुआ पास
- आरएसएस ने यूएन को दखल देने को कहा
- हिंदुओं को एकजुटता से खड़े होने की अपील की
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानि आरएसएस की तरफ से बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर संयुक्त राष्ट्र संघ से दखलअंदाजी करने की मांग की है। आरएसएस ने कहा है कि, दुनिया के कई देशों और दुनियाभर के हिंदुओं को बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ खड़ा होना चाहिए और एकजुटता दिखानी चाहिए। आरएसएस की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की तरफ से शनिवार को बांग्लादेश में पिछले साल से हो चली आ रही हिंसा को लेकर एक प्रस्ताव पास कर दिया है। इस प्रस्ताव को दुनियाभर की संस्थानों से बांग्लादेश में हिंसा झेल रहे हिंदुओं के साथ एकजुटता से खड़े रहने की अपील की जाएगी।
आरएसएस का क्या है कहना?
आरएसएस की तरफ से बांग्लादेश में हिंदुओं के अलावा अन्य अल्पसंख्यक समुदायों पर इस्लाम की कट्टरपंथी तत्वों की तरफ से लगातार हो रहे अत्याचारों पर गहरी चिंता दिखाई गई है। आरएसएस का कहना है कि ये मानवाधिकार उल्लंघन का एक काफी ज्यादा गंभीर मुद्दा है। क्योंकि बांग्लादेश में तख्तापलट के समय मठों, मंदिरों, मूर्तियों के अपमान के साथ-साथ महिलाओं पर हो रहे अत्याचार जैसी कई सारी घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं।
हिंदू आबादी घटने पर जताई चिंता
बांग्लादेश में लगातार हिंदुओं की आबादी घटने को लेकर भी चिंता व्यक्त की है। बांग्लादेश में इस लगातार कम होती हुई आबादी का मतलब साफ नजर आ रहा है कि उनके सामने अस्तित्व का संकट आ पड़ा है। पिछले साल की हिंसा और घृणा को सरकारी और संस्थागत समर्थन एक बहुत ही चिंता का विषय है और बांग्लादेश में हो रहे भारत विरोधी वक्तव्य दोनों देश के बीच संबंधों को गहरी हानि पहुंचा सकते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय शक्तियां भी कर रही हैं भारत विरोध
आरएसएस का आगे कहना है कि, अंतर्राष्ट्रीय शक्तियां जानबूझकर भारत के पड़ोसी इलाकों में अविश्वास और टकराव का वातावरण बनाते हुए एक देश को दूसरे के विरुद्ध खड़ा करके अस्थिरता फैलाने का प्रयास हो रहा है। इसके अलावा आरएसएस ने बांग्लादेशी हिंदुओं के साथ सभी समुदायों की प्रशंसा की है जो भी उनके साथ खड़े होकर उनका साथ देने में लगे हुए हैं। साथ ही यूएन से भी अपील की है कि वो इस मामले में दखलअंदाजी करें।
Created On :   22 March 2025 4:28 PM IST