Delhi MCD Mayor Election: विधानसभा चुनाव में हार के बाद डरी AAP? दिल्ली मेयर चुनाव लड़ने से किया इनकार, पार्टी के पीछे हटने के 3 बड़े कारण
- दिल्ली मेयर चुनाव नहीं लड़ेगी AAP
- नामांकन के अंतिम दिन बड़ा एलान
- बीजेपी की जीत का रास्ता साफ
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 25 अप्रैल को एमसीडी मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव होने हैं। सोमवार (21 अप्रैल) को नामांकन की अंतिम तारीख थी। इसी बीच आम आदमी पार्टी ने बड़ा फैसला लिया है। पार्टी ने यह साफ कर दिया है कि वह इस चुनाव में हिस्सा नहीं लेगी। आप के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज और दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़ा एलान किया। साथ ही, भारतीय जनता पार्टी पर भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया। AAP के चुनाव न लड़ने के फैसले से दिल्ली की राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। लोगों के मन में यही सवाल है कि आखिर पार्टी ने इलेक्शन से खुद को दूर क्यों रखा? तो चलिए 3 पॉइंट्स में इसके पीछे की वजह समझने की कोशिश करते हैं।
विधानसभा हार से डरी AAP?
आम आदमी पार्टी को दिल्ली विधानसभा चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा था। हो सकता है कि पार्टी को मेयर चुनाव हारने का डर हो इसलिए उन्होंने इस चुनाव से दूरी बनाना सही समझा। मालूम हो कि, 8 फरवरी को विधानसभा चुनाव के नतीजों का एलान हुआ था। बीजेपी ने 70 सीटों में से 48 पर जीत दर्ज की। वहीं, आप के खाते में 22 सीटें आईं।

अपमान का डर
AAP नहीं चाहती कि उनकी पार्टी के सदस्यों और नेताओं का मनोबल टूटे। बीते कुछ चुनावों में साफ-साफ देखा जा सकता है कि बीजेपी लगातार बेहतरीन प्रदर्शन कर जीतती आ रही है। दिल्ली में भी भाजपा की सरकार है। ऐसे में मेयर चुनाव में भी उनके जीतने की संभावना ज्यादा है। बीजेपी के खिलाफ लड़ने से वह एक बार फिर हार सकते थे जिससे आप के सदस्यों को निराश होना पड़ता। इसी से बचने के लिए हो सकता है पार्टी चुनावी रेस से हट गई।
बीजेपी पर हमला बोलने का प्लान
दिल्ली मेयर चुनाव से पीछे हटने की वजह बीजेपी को सबक सिखाना भी हो सकता है। हो सकता है AAP चाहती हो कि बीजेपी दिल्ली मेयर चुनाव जीते ताकि ट्रिपल इंजन सरकार बने। जिसके बाद उन्हें आसानी से घेरा जा सकता है। जरा सी भी गलती होने पर BJP पर जबरदस्त निशाना साधना और उन्हें जिम्मेदार ठहराना आसान हो जाएगा।
बीजेपी की जीत का रास्ता साफ
दिल्ली में बीजेपी की सबसे बड़ी दुश्मन AAP ही है। ऐसे में उनका चुनाव लड़ने से इनकार करना बीजेपी के लिए बहुत अच्छी खबर है। अब उनके जीत के रास्ते साफ हो गए हैं। मेयर पद के लिए बीजेपी उम्मीदवार सरदार राजा इकबाल सिंह और डिप्टी मेयर पद के उम्मीदवार जय भगवान यादव के रास्ते की अड़चन खत्म हो गई है। अब भाजपा की ट्रिपल इंजन सरकार बनना तय है।
Created On :   21 April 2025 7:04 PM IST