पाकिस्तानी आरुषी ने भारतीय डिलीवरी बॉय को प्रेम जाल में फंसाया, ऐसे ली सारे सैन्य ठिकानों की जानकारी, जासूसी के तरीके से सुरक्षा एजेंसियां भी हैरान
- पाकिस्तान के चंगुल में फंसा डिलीवरी बॉय
- भारत की खुफिया जानकारी दे रहा था
डिजिटल डेस्क, कोलकाता। पाकिस्तान, भारत की अंदरूनी जानकारी हासिल करने के लिए हर तरह के हथकंडे अपनाता रहा है। बीते शुक्रवार यानी 25 अगस्त को मिलिट्री इंटेलिजेंस द्वारा साझा किए गए इनपुट के आधार पर बिहार के रहने वाले एक 36 साल के युवक को गिरफ्तार किया गया है, जो हनी ट्रैप में फंसकर खुफिया जानकारी पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को भेज रहा था। पकड़े गए आरोपी का नाम भक्तबंशी झा है, जो पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी को भारतीय सैन्य की जानकारी दे रहा था। इस आरोपी को कोलकाता स्पेशल टास्क फोर्स यानी एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है।
जानकारी के मुताबिक, बीते साल अक्टूबर के महीने में भक्तवंशी झा दिल्ली में एक इंटरनेशल कुरियर कंपनी में कुरियर डिलीवरी मैन के रूप में काम करता था। इस दौरान फेसबुक के जरिए पाकिस्तानी इंटेलिजेंस ऑपरेटिव के संपर्क में आया था। पाकिस्तानी इंटेलिजेंस ने डिलीवरी मैन से आरुषी शर्मा नाम के फेक फेसबुक प्रोफाइल के जरिए दोस्ती कर ली। लड़की की प्रोफाइल देख भक्तबंशी ने भी संपर्क साधा। जिसके बाद दोनों में बातचीत होने लगी। कुछ दिनों के बाद फेसबुक पर बात करने के बाद दोनों के बीच व्हाट्सएप पर बात होने लगी। धीरे-धीरे दोनों में गहरी दोस्ती हो गई। इसके बाद पाकिस्तानी फेसबुक अकाउंट (आरुषी शर्मा) की ओर से भारतीय मोबाइल नंबर के जरिए भक्तबंशी से संपर्क साधा गया और मैसेज के जरिए दोनों में बात होने लगी।
पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव ने आरुषी बनकर भक्तबंशी से भारत के डिफेंस सेक्टर को जानने के लिए नया दांव चला था। आरुषी बनकर भक्तबंशी से कहा कि, उसकी बहन न्यूज आर्गेनाइजेशन में काम करती है। वो एक डिफेंस जर्नलिस्ट है और उसे भारत के डिफेंस सेक्टर को जनाना है। इसके अलावा पाकिस्तानी इंटेलिजेंस ऑपरेटिव आरुषी बन कर भारत में हनी ट्रैप कर रही थी। उसने भक्तबंशी से एक एप्लिकेशन "नेट कैमरा" इंस्टॉल करने के लिए कहा था, ये कैमरा क्लिक की गई तस्वीरों को उसके लोकेशन के साथ टैग करता था।
पाकिस्तानी अधिकारी के संपर्क में था आरोपी
आरुषी के कहने पर भक्तबंशी ने उस एप्लिकेशन को इंस्टॉल किया और मार्च के महीने में दिल्ली स्थित सैन्य ठिकानों की तस्वीरें खींच उसे शेयर की थी। भारतीय एजेंसी का यह भी कहना है कि, भक्तबंशी ने कई मौके पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के एक पुरुष अधिकारी से भी बात की है। जिसे आरुषी के पिता के रुप में डिलीवरी मैन के सामने पेश किया गया था।
आरोपी के मोबाइल से मिले सबूत
खुफिया एजेंसी की जांच में यह भी पता लगा है कि, दिल्ली से कोलकाता ट्रांसफॉर हुए डिलीवरी बॉय ने भारतीय नंबर, आरुषी और उसके तथाकथित पिता को मुहैया कराया था। तमाम जांच पड़ताल के बाद भक्तबंशी झा को मिलिट्री इंटेलिजेंस के इनपुट के आधार पर पूछताछ के लिए कोलकाता पुलिस के एसटीएफ ने अपने ऑफिस बुलाया था। एसटीएफ के पूछताछ में भक्तबंशी के फोन से फोटो, वोडियोग्राफी, ऑनलाइन चैट आदि के रूप में कई गुप्त जानकारी मिली है। जिसे आरोपी ने पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव के साथ साझा किया था। जासूसी का ये तरीका देश की सुरक्षा एजेंसियों को भी चौंका रहा है।
कोर्ट में होगी पेशी
कोलकाता एसटीएफ को सबूत मिलने के बाद आरोपी भक्तबंशी को भारतीय अधिकारिक गुप्त सूचना अधिनियम और आईपीसी की अन्य धाराओं के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है। जानकारी मिली है कि, आरोपी को कोलकाता की एक अदालत में पेश किया जाएगा। भारत की जांच एजेंसियों का कहना है कि, भक्तबंशी को पकड़ना भारत के लिए एक बड़ी कामयाबी तो है ही साथ ही पाकिस्तानी इंटेलिजेंस ऑपरेटिव के लिए किसी जोरदार झटके से कम नहीं है।
Created On :   26 Aug 2023 2:25 PM IST