Jammu Kashmir Assembly Session: जम्मू-कश्मीर के विधायकों ने रखा पहलगाम पीड़ितों के लिए मौन, अहम मुद्दों पर हुई चर्चा, सीएम अब्दुल्ला हुए भावुक

- जम्मू-कश्मीर विधानसभा में एक दिवसीय सत्र
- सीएम अब्दुल्ला हुए विधानसभा में भावुक
- शुरुआत में पहलगाम पीड़ितों के लिए रखा गया मौन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर विधानसभा में आज पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ प्रस्ताव पेश किए गए थे। जिसके समर्थन में सीएम उमर अब्दुल्ला ने सदन में खड़े होकर प्रतिक्रिया दी है। उस समय उन्होंने कई लोगों को नाम भी लिया, जिन्होंने हमले में अपनी जान खोई है। उमर अब्दुल्ला सदन में भावुक भी हो गए थे।
उन्होंने कहा था कि, 'यकीन नहीं हो रहा है कि कुछ दिन पहले ही हम इस सदन में बजट के साथ अन्य मुद्दों पर बहस कर रहे थे। किसने ही सोचा था कि ऐसे जम्मू-कश्मीर में हालात बनेंगे कि हम लोगों को दोबारा यहां पर इस माहौल में मिलना पड़ेगा। पहलगाम हमले के बाद जब मंत्रियों की तरफ से मीटिंग की गई थी तो ये तय हुआ था कि हम गवर्नर साहब से अपील करेंगे कि एक दिन का सत्र बुलाया जाए।'
सत्र की शुरुआत में रखा गया मौन
जम्मू कश्मीर विधानसभा सत्र शुरू हुआ तो पहलगाम पीड़ितों के लिए सभी ने एक मिनट का मौन रखा था।
पहलगाम हमले की उपमुख्यमंत्री ने की निंदा
पहलगाम हमले को लेकर सत्र में काफी ज्यादा चर्चा हुई है। इस हमले की उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी ने कहा है कि, 'यह सदन इस जघन्य, कायरतापूर्ण कृत्य की स्पष्ट रूप से निंदा करता है, जिसके परिणामस्वरूप निर्दोष लोगों की जान चली गई। यह सदन पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ पूरी एकजुटता के साथ खड़ा है। यह सदन शहीद सैयद आदिल हुसैन शाह के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करता है, जिन्होंने पर्यटकों को बचाने का बहादुरी से प्रयास करते हुए अपनी जान दे दी है।'
सीएम उमर अब्दुल्ला ने क्या कहा?
पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर जम्मू-कश्मीर विधानसभा के विशेष सत्र में सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा कि, 'हम में से कोई इस हमले के साथ नहीं है। इस हमले ने हमें अंदर से खोखला कर दिया है। 26 सालों में मैंने पहली बार लोगों को इस तरह घरों से बाहर आते देखा है। कठुआ से लेकर कुपवाड़ा तक शायद ही ऐसा कोई शहर या गांव ऐसा होगा, जहां लोगों ने घरों से बाहर आकर इस हमले की निंदा नहीं की।'
उमर अब्दुल्ला हुए भावुक
सीएम उमर अब्दुल्ला सदन में भावुक होकर बोले कि, 'इस हमले ने हमें अंदर से बिल्कुल खोखला कर दिया है। क्या जवाब दूं मैं उस नेवी अफसर की विधवा को या उस छोटे बच्चे को जिसने अपने पिता को खून में लथपथ देखा है।'
लोगों का जताया आभार
सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा कि लोग खुद ही विरोध करने के लिए बाहर आए थे। उन्होंने बैनर और पोस्टर दिखाए और नारे लगाए। अगर लोग हमारे साथ हैं, तो हम आतंक को आसानी से हरा सकते हैं। यह तो अभी शुरुआत है। हमें ऐसा कोई कदम नहीं उठाना चाहिए, जिससे लोग अलग-थलग पड़ जाएं। लोगों को समझ आ गया है कि आतंक अच्छा नहीं है। हम बंदूक के दम पर उग्रवाद को कंट्रोल कर सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि, 'अगर लोग हमारे साथ खड़े हैं, तो हम आतंक को हरा सकते हैं। पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए कश्मीर की मस्जिदों में मौन रखा गया है और यह बहुत बड़ी और अहम बात है।'
Created On :   28 April 2025 3:02 PM IST