सीजेआई के घर पीएम: गणेश चतुर्थी के मौके पर CJI के घर पहुंचे पीएम मोदी तो भड़का विपक्ष, संजय राउत ने उठाए सवाल, प्रशांत भूषण का तंज, बीजेपी ने दिया जवाब

गणेश चतुर्थी के मौके पर CJI के घर पहुंचे पीएम मोदी तो भड़का विपक्ष, संजय राउत ने उठाए सवाल, प्रशांत भूषण का तंज, बीजेपी ने दिया जवाब
  • गणेश पूजा के लिए सीजेआई के आवास पहुंचे पीएम मोदी
  • एक्स पर पोस्ट करके दी जानकारी
  • इस बात पर विपक्ष ने साधा निशाना

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी 11 सितंबर की शाम को गणेश पूजा में शामिल होने के लिए सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ के घर पहुंचे। जिसकी जानकारी पीएम मोदी ने ट्विटर पर तस्वीरें पोस्ट करके दी। जिसके बाद विपक्ष लगातार पीएम मोदी और सीजेआई को निशाना बना रहा है। साथ ही इसे भारतीय लोकतंत्र के लिए खतरा भी बता रहा है।

सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत भूषण ने किया ट्वीट

पीएम मोदी पारंपरिक महाराष्ट्रियन टोपी पहन कर सीजेआई के घर पहुंचे थे। जिसे लेकर भी विपक्ष ने तंज कसे हैं। वहीं सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत भूषण ने ट्वीट करते हुए कहा है कि ये चौंकाने वाला है कि सीजेआई चंद्रचूड़ ने मोदी को एक निजी बैठक के लिए अपने घर आने की अनुमति दी। यह न्यायपालिका के लिए बहुत बुरा संकेत है।

गणेश पूजा में शामिल होने के बाद क्या बोले पीएम मोदी?

सु्प्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ के घर पर पूजा में शामिल होने के बाद पीएम मोदी ने जानकारी दी। अपने ट्विटर पर पोस्ट करते हुए कहा कि, "सीजेआई न्यायमूर्ती डीवाई चंद्रचूड़ जी के आवास पर गणेश पूजा में शामिल हुआ। भगवान श्री गणेश हम सभी को सुख, समृद्धि और अद्भुत स्वास्थ्य प्रदान करें।"

संजय राउत को क्यों हुआ 'संदेह'?

सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ के घर पर गणेश पूजा में पीएम मोदी के शामिल होने के बाद शिवसेना यूबीटी नेता संजय राउत ने निशाना साधते हुए कहा, "गणपित उत्सव में सब एक-दूसरे के घर जाते हैं। मुझे इस बारे में जानकारी नहीं है कि पीएम अब तक कितने घरों में गए हैं। लेकिन पीएम मोदी का सीजेआई के घर जाना एक शंका पैदा कर रहा है। अगर संविधान का संरक्षक राजनेताओं से मिलता है, तो ये लोगों के मन में संदेह पैदा कर सकता है।" साथ ही उन्होंने आगे कहा कि, "महाराष्ट्र के हमारे मामले की सुनवाई पहले भी चल रही है। सीजेआई चंद्रचूड़ इसलिए हमें संदेह है कि क्या हमें न्याय मिलेगा, क्योंकि पीएम इस मामले में दूसरी पार्टी हैं। हमारे मामले में दूसरी पार्टी केंद्र सरकार है। मुख्य न्यायाधीश को इस मामले से खुद को दूर कर लेना चाहिए क्योंकि उनका संबंध दूसरे पक्ष से है। मामला खुलेआम दिख रहा है। क्या ऐसे में सीजेआई चंद्रचूड़ हमें न्याय दे पाएंगे? हमें तारीख पर तारीख मिल रही है और अवैध सरकार चल रही है। ऐसे में हम टूट गए। जो सीजेआई हमें न्याय देने वाले हैं, उनके साथ पीएम का ऐसा रिश्ता है, इसलिए महाराष्ट्र के मन में संदेह पैदा हुआ।"

बीजेपी ने जवाब देते हुए क्या कहा?

संबित पात्रा ने विपक्ष को जवाब देते हुए कहा, "विपक्ष के नेता कल सीजेआई चंद्रचूड़ के आवास पर पीएम मोदी के साथ की गई गणेश पूजा पर राजनीति कर रहे हैं। क्या लोकतंत्र के विभिन्न स्तंभों को एकजुट नहीं होना चाहिए? क्या उन्हें दुश्मन होना चाहिए? क्या उन्हें एक-दूसरे के प्रति कोई शिष्टाचार नहीं रखना चाहिए? यह लोकतंत्र की खूबसूरती है कि ड्यूटी पर और ऑफ ड्यूटी पर अलग-अलग व्यवहार होते हैं। आपको पीएम के सीजेआई से मिलने पर आपत्ति है, लेकिन जब राहुल गांधी इल्हान उमर, चीनी प्रीमियर जॉर्ज सोरोस से मिलते हैं और एमओयू पर हस्ताक्षर करते हैं, तो कोई आपत्ति नहीं है। उन्हें गणेश पूजा से समस्या है, लेकिन क्या पूर्व पीएम मनमोहन सिंह इफ्तार पार्टियों में शामिल नहीं हुए थे?"

Created On :   12 Sept 2024 10:38 AM GMT

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