राष्ट्रीय संपति को नुकसान पहुंचाने वालों पर कौन-सा मापदंड अपनाएगी सरकार : डॉ. शकील अहमद

What criteria will the government adopt on those who damage national property: Dr. Shakeel Ahmed
राष्ट्रीय संपति को नुकसान पहुंचाने वालों पर कौन-सा मापदंड अपनाएगी सरकार : डॉ. शकील अहमद
नई दिल्ली राष्ट्रीय संपति को नुकसान पहुंचाने वालों पर कौन-सा मापदंड अपनाएगी सरकार : डॉ. शकील अहमद
हाईलाइट
  • भाजपा के हिंदुत्व का मुकाबला

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 2024 लोकसभा के मद्देनजर तमाम पार्टियां अपनी अपनी रणनीति को मजबूत करने में जुटी हैं, अग्निपथ मुद्दे को भूनाने के लिए कांग्रेस लगातार युवाओं का समर्थन देनी की बात भी कह रही है और योजना को वापस लेने की मांग पर भी अडिग है। ऐसी में सवाल है कि भाजपा के हिंदुत्व का मुकाबला कांग्रेस कैसे करेगी?

इस पर कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव व बिहार में विधायक डॉ. शकील अहमद खान ने बताया, हिंदुत्व और हिंदुज्म पर राहुल गांधी ने कहा है कि ये दोनों मुद्दे अलग-अलग हैं, सावरकर ने पहली बार माफी मांगी थी, मुझे छोड़ दिया जाए और जिनका नाम नाथूराम गोडसे के साथ आया था। उन्होंने ही इस शब्द का इस्तेमाल किया था और उसको एक विचारधारा के रूप में पेश किया था। इसके तहत लोगों को तकलीफ देना है और भाईचारे नाम की कोई चीज नहीं है।

हिंदुज्म में भाईचारा है और विचारधारा है। भारतीय जनता पार्टी एक विचारधारा को सबके सामने रखी रही है, जिसका परिणाम हर दिन हम देख रहे हैं।

भाजपा बुलडोजर का इस्तेमाल कर रही है, क्या इससे राजनीतिक क्षेत्र पर असर पड़ेगा? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, अभी तो बड़ी हास्यास्पद स्थिति बन चुकी है, राष्ट्रीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले या उपद्रव मचाने वाले सभी लोगों के क्या घरों पर क्या बुलडोजर चलाया जाएगा? अग्निपथ में जो युवा सड़कों पर आए और जिन्होंने प्रदर्शन किया, इस दौरान कई जगहों पर तोड़फोड़ भी हुई, आगजनी की घटनाएं भी सामने आईं तो उन पर कौन सा मापदंड अपनाया जाएगा?

भारतीय जनता पार्टी का मापदंड हिंदुस्तान में पोलराइजेशन की सियासत है और समाज के एक समूह को प्रताड़ित करने के लिए बुलडोजर का इस्तेमाल किया जाता है और हम देख रहे हैं और मुल्क भी देख रहा है।

ज्ञानवापी का मुद्दा आया सामने, इस पर कांग्रेस की क्या राय है? उस पर उन्होंने कहा, 1991 में जॉब बाबरी मस्जिद का मसला उठा था, तब भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेताओं ने लगाम लगाया था यह कहकर कि बाबरी मस्जिद और ज्ञानवापी का मामला बिल्कुल अलग है, उस पार्लियामेंट की पोजीशन का ध्यान रखना चाहिए और सुप्रीम कोर्ट दिए गए बयानों का ध्यान भी रखना चाहिए। चूंकि बीजेपी को इस मौजूदा समय में फायदा नजर आ रहा है, इसलिए इसको आजमाया जा रहा है।

हिंदुत्व पर क्या कांग्रेस बीजेपी से भिड़ेगी या महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दे उठाएगी? इस सवाल के जवाब में शकील अहमद खान ने कहा, देश में असल मुद्दा तो बेरोजगारी, महंगाई और किसानों का है। देश की आर्थिक स्थिति जिस तरह की होनी चाहिए, उस में लगातार गिरावट की आ रही है। सरकार ने हिंदुस्तान की इकोनामिक कंडीशन को ध्वस्त कर दिया है। कांग्रेस पार्टी का एजेंडा हमेशा ही बुनियादी मसलों का रहा है। कांग्रेस पार्टी के मुद्दों में देश की तरक्की है, भाईचारा है। इनका हिंदुत्व का मुद्दा मानवीय और मानवीयता से अलग है।

 

सॉर्स-आईएएनएस

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Created On :   26 Jun 2022 1:30 PM IST

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