बिहार में 'पलायन रोको, नौकरी दो' यात्रा: आंखों में गुस्सा, हाथों में झंडे, जोरदार नारेबाजी, कन्हैया कुमार को हिरासत में लिए जाने से लेकर कांग्रेस प्रदर्शन का पूरा अपडेट

आंखों में गुस्सा, हाथों में झंडे, जोरदार नारेबाजी, कन्हैया कुमार को हिरासत में लिए जाने से  लेकर कांग्रेस प्रदर्शन का पूरा अपडेट
  • कांग्रेस का पटना में मार्च
  • पुलिस ने कन्हैया कुमार को हिरासत में लिया
  • वॉटर कैनन का किया इस्तेमाल

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बिहार की राजधानी पटना में कांग्रेस का 'पलायन रोको, नौकरी दो' मार्च जारी है। भारी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं ने मार्च में हिस्सा लिया। कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास का घेराव करने के लिए पूरी तरह तैयार थे। लेकिन उन्हें पहले ही हिरासत में ले लिया गया है। उनके साथ कई कार्यकर्ताओं को भी हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने प्रदर्शन कर रही भीड़ को रोकने के लिए बैरिकेडिंग और लोगों को तितर-बितर करने के लिए वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया। चलिए जानते हैं कांग्रेस के इस प्रदर्शन में अब तक क्या-क्या हुआ?

'सीएम के पास ले जाओ या जेल लेकर जाओ'

कन्हैया कुमार ने कहा कि हम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपना मांगपत्र सौंपेंगे। जो अलग-अलग जिलों के लोग हैं वह यात्रा के माध्यम से अपनी आवाज उठाई है। उस आवाज को हम मुख्यमंत्री को सुनाना चाहते हैं। उन्होंने आगे कहा कि या तो पुलिस हमें सीएम के पास ले चले या फिर हल लोगों को जेल लेकर चले।

कार्यकर्ताओं के हाथों में झंडे

हजारों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने 'पलायल रोको, नौकरी दो' मार्च में हिस्सा लिया है। सभी अपने-अपने हाथों में झंडे लिए जोरदार नारेबाजी कर रहे हैं। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई है। लेकिन प्रदर्शनकारी बैरिकेड्स के ऊपर से निकले की कोशिश में लगे हुए हैं। वहीं, पुलिस उन्हें रोक रही है।

सचिन पायलट हुए मार्च में शामिल

इस मार्च में पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी हिस्सा लिया है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सरकार को बिहार से लाखों की संख्या में हो रहे पलायन को रोकना चाहिए। हम जवाबदेही मांग रहे हैं। युवा हमारे साथ सड़कों पर उतरे हैं। सरकार केवल हमें गुमराह करने के लिए आंकड़े जारी करती है। वास्तविकता इससे कोसों दूर है।

पदयात्रा का अंतिम दिन आज

कन्हैया कुमार की 'पलायन रोको नौकरी दो' पदयात्रा का आज 27वां और अंतिम दिन है। सीएम आवास के घेराव से साथ ही यह यात्रा समाप्त हो जाएगी। मार्च 16 मार्च को पश्चिम चंपारण के भितिहरवा गांधी आश्रम से शुरू हुआ था।

क्या है पदयात्रा का मकसद?

दरअसल, कांग्रेस बिहार में बेरोजगारी और पलायन रोकने का मुद्दा उठा रही है। कन्हैया कुमार लंबे समय से लोगों के बीच जागरूकता फैलाने में जुटे हुए हैं। उनका कहना है कि बिहार के लोगों को काम के सिलसिले में बाहर जाकर रहना पड़ रहा है। बिहार में भ्रष्टाचार, महंगाई और क्राइम रेट बढ़ा है।

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Created On :   11 April 2025 3:38 PM IST

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