राजस्थान में बढ़ रहे है डेंगू के मामले, राज्य सरकार ने की मेडिकल स्टाफ की छुट्टियां रद्द
डिजिटल डेस्क, जयपुर। राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने मंगलवार को राज्य में बढ़ते डेंगू के मामलों के मद्देनजर चिकित्सा कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी है और मौसमी प्रकोप को नियंत्रित करने के लिए 20 अक्टूबर से 3 नवंबर तक डेंगू मुक्त राजस्थान अभियान शुरू करने की घोषणा की है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने पुष्टि की कि राजस्थान के 30 जिलों में अक्टूबर में डेंगू के 6,500 से अधिक मामलों की पुष्टि हुई है और यह संख्या लगातार बढ़ रही है। अस्पतालों में मरीजों की भीड़ लगी हुई है।
शर्मा ने कहा कि प्रदेश के 14 जिलों में डेंगू के 150 से अधिक मरीज भर्ती हैं। उन्होंने कहा, मौसमी बीमारियों का प्रकोप चिंता का विषय है। हालांकि, यह स्थिति चुनौतीपूर्ण है, लेकिन इसे चरणबद्ध तरीके से नियंत्रित भी किया जा सकता है। इस बीच, उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को स्थानीय विभागों के सहयोग से लार्वा विरोधी गतिविधियों, फ्यूमिगेशन और फॉगिंग को अंजाम देने के लिए कहा है। इसके अलावा उन 14 जिलों में नोडल अधिकारी भेजे जाएंगे, जहां 150 से ज्यादा डेंगू के मामले सामने आए हैं।
शर्मा ने मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ मौसमी बीमारियों, कोरोना टीकाकरण और ऑक्सीजन प्लांटों के साथ टेस्ट आदि को लेकर विभागीय तैयारियों की प्रगति की समीक्षा करते हुए ये घोषणाएं की हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया और स्क्रब टायफस जैसी मौसमी बीमारियों से लड़ने के लिए रैपिड रिस्पांस टीम बनाने के साथ ही सभी जिलों में 24 घंटे कंट्रोल रूम स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए जागरुकता पैदा करने के लिए आईईसी गतिविधियां संचालित करने और सीएचसी समेत सभी स्वास्थ्य केंद्रों में इनडोर मरीजों का इलाज करने के भी निर्देश दिए हैं।
शर्मा ने चिकित्सा कर्मियों के अवकाश रद्द करने के निर्देश दिये हैं और जिनका तबादला किया गया है, उन्हें तत्काल कार्यभार ग्रहण करने को कहा है। उन्होंने मौसमी बीमारियों के प्रभावी नियंत्रण के लिए प्रखंड स्तर पर बीसीएमओ, जिला स्तर पर सीएमएचओ और जोन स्तर पर संयुक्त निदेशक की जिम्मेदारी तय करने के निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने राज्य में कोविड-19 की स्थिति और टीकाकरण अभियान की भी समीक्षा की और आगे के प्रकोप को रोकने के लिए भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर नियमित रूप से रैंडम सैंपलिंग करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि अब तक टीके की पहली खुराक 82 प्रतिशत लक्षित आबादी और दूसरी खुराक 40 प्रतिशत से अधिक आबादी को दी जा चुकी है। उन्होंने अधिकारियों से उन लोगों की पहचान करने को कहा है। जिन्हें दूसरी खुराक दी जानी है।
(आईएएनएस)
Created On :   19 Oct 2021 6:30 PM IST